मिनियापोलिस : मिनियापोलिस (Minneapolis) के पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन (Former Police Officer Derek Shawin) को जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के मामले (George Floyd murder case) में मिली सजा की आज (शुक्रवार) जानकारी मिल गई है. सजा मुकर्रर होने के साथ ही उस मामले का अंतिम अध्याय भी समाप्त हो गया, जिसने दुनिया भर के लोगों में नस्ली भेदभाव के खिलाफ आक्रोश पैदा कर दिया था.
शॉविन (45) को जेल में दशकों गुजारने पड़ सकते हैं और कई कानूनी विशेषज्ञों ने 20 से 25 साल की सजा होने का अनुमान व्यक्त किया है. भले ही शॉविन द्वारा इसके खिलाफ अपील करने की संभावना है, लेकिन उस पर और बर्खास्त किए गए तीन अन्य अधिकारियों के खिलाफ अब भी संघीय नागरिक अधिकारों से संबंधित मामले में भी मुकदमा चलना है.
अप्रैल में इस मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद से अदालती कक्ष के बाहर लगाए गए कंक्रीट के अवरोधक, रेजर तारों की बाड़ और नेशनल गार्ड की गश्त खत्म होने के साथ ही काउंटी में अब तनाव भी कम हो गया है. इसके बाद भी, यह माना जा रहा है कि शॉविन की सजा शहर को एक कदम और आगे बढ़ाएगी, जो 25 मई, 2020 को फ्लॉयड की मौत के बाद से अशांत था.
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शॉविन को फ्लॉयड की गर्दन पर साढ़े नौ मिनट तक घुटने से दबाव बनाए रखने के लिए सेकेंड डिग्री गैर इरादतन हत्या, थर्ड डिग्री हत्या और सेकेंड डिग्री नरसंहार का दोषी ठहराया गया है. शॉविन की इस हरकत के कारण फ्लॉयड सांस नहीं ले पाया और उसकी मौत हो गई थी, जबकि वह बार-बार बोलता रहा था कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
मिनेसोटा कानून के तहत, शॉविन को केवल सबसे गंभीर आरोप पर सजा मिलेगी, जिसमें अधिकतम सजा 40 वर्ष की है, लेकिन मामले के संबंध में कानून 30 साल की सजा को व्यावहारिक बनाता है, जो न्यायाधीश पीटर कैहिल सुना सकते हैं ताकि अपील में इसको पलटे जाने का जोखिम न रहे.
अभियोजकों ने 30 साल की सजा की मांग यह कहते हुए की है कि शाविन का कदम गंभीर था और इसने राष्ट्र की चेतना को चोट पहुंचाई है.
(एपी)