ETV Bharat / international

नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अमेरिका के पोर्टलैंड में प्रदर्शन तेज - नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अमेरिका

मई में मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद दो महीने से रात में शहर में प्रदर्शन चल रहा है. इस बीच पुलिस के बर्ताव को लेकर अमेरिका के ओरेगन में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई.

प्रदर्शन
प्रदर्शन
author img

By

Published : Jul 28, 2020, 4:40 AM IST

पोर्टलैंड : नस्लीय भेदभाव और रंग के आधार पर लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर अमेरिका के ओरेगन में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई.

पोर्टलैंड के मार्क ओ हेटफिल्ड परिसर के बाहर जमा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लिए सोमवार तड़के सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और अन्य तरीके अपनाए. रविवार रात से ही यह प्रदर्शन शुरू हुआ और तड़के सोमवार तक प्रदर्शनकारी डटे हुए थे.

मई में मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद दो महीने से रात में शहर में प्रदर्शन चल रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि प्रदर्शन को शांत करने के लिए उन्होंने पोर्टलैंड में सुरक्षा बल भेजे हैं. जबकि, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा बलों की मौजूदगी से स्थिति और खराब हो रही है.

नस्लीय भेद-भाव और रंग के आधार पर लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर कई सप्ताह से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

रविवार को प्रदर्शन की शुरुआत शांतिपूर्ण तरीके से हुई थी और मुहिम चलाने वालों ने भाषण दिए और उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए। हालांकि, अमेरिकी सुरक्षा बलों ने प्रदर्शन को गैरकानूनी जमावड़ा घोषित कर दिया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए सड़क पर उतर पड़े. कई लोगों को हिरासत में लिया गया लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें - अमेरिका : प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर फेंके पटाखे, अदालत में लगाई आग

प्रदर्शनकारियों को हटाने में अधिकारियों को कई घंटे लग गए. इस बीच भीड़ को हटाने के लिए कई तरीके आजमाए गए. कई प्रदर्शनकारी चले गए लेकिन कुछ प्रदर्शनकारी तड़के दो बजे के बाद भी डटे रहे.

पोर्टलैंड पुलिस ने कहा कि सोमवार तड़के प्रदर्शन के दौरान भीड़ को हटाने में विभाग के अधिकारी शामिल नहीं थे.

पोर्टलैंड : नस्लीय भेदभाव और रंग के आधार पर लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर अमेरिका के ओरेगन में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई.

पोर्टलैंड के मार्क ओ हेटफिल्ड परिसर के बाहर जमा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लिए सोमवार तड़के सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और अन्य तरीके अपनाए. रविवार रात से ही यह प्रदर्शन शुरू हुआ और तड़के सोमवार तक प्रदर्शनकारी डटे हुए थे.

मई में मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद दो महीने से रात में शहर में प्रदर्शन चल रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि प्रदर्शन को शांत करने के लिए उन्होंने पोर्टलैंड में सुरक्षा बल भेजे हैं. जबकि, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा बलों की मौजूदगी से स्थिति और खराब हो रही है.

नस्लीय भेद-भाव और रंग के आधार पर लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर कई सप्ताह से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

रविवार को प्रदर्शन की शुरुआत शांतिपूर्ण तरीके से हुई थी और मुहिम चलाने वालों ने भाषण दिए और उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए। हालांकि, अमेरिकी सुरक्षा बलों ने प्रदर्शन को गैरकानूनी जमावड़ा घोषित कर दिया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए सड़क पर उतर पड़े. कई लोगों को हिरासत में लिया गया लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें - अमेरिका : प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर फेंके पटाखे, अदालत में लगाई आग

प्रदर्शनकारियों को हटाने में अधिकारियों को कई घंटे लग गए. इस बीच भीड़ को हटाने के लिए कई तरीके आजमाए गए. कई प्रदर्शनकारी चले गए लेकिन कुछ प्रदर्शनकारी तड़के दो बजे के बाद भी डटे रहे.

पोर्टलैंड पुलिस ने कहा कि सोमवार तड़के प्रदर्शन के दौरान भीड़ को हटाने में विभाग के अधिकारी शामिल नहीं थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.