वॉशिंगटन : अमेरिका की शक्तिशाली संसदीय समिति महाभियोग की उन दो धाराओं पर बुधवार से चर्चा शुरू करगी, जिसके तहत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाए गए हैं.
ट्रंप पर आरोप हैं कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन समेत अपने प्रतिद्वंद्वियों की छवि खराब करने के लिए यूक्रेन से गैरकानूनी रूप से मदद मांगी. इस संबंध में डेमोक्रेट्स ने मंगलवार को उन पर महाभियोग की दो धाराओं के तहत आरोप लगाए थे.
कांग्रेस की न्यायिक समिति इन दोनों धाराओं पर बुधवार और गुरुवार को सार्वजनिक चर्चा करेगी. सदन में इन पर मतदान के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है.
इस ऐलान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नैन्सी पॉलोसी को एक चिट्ठी लिखी. इसमें सभी डेमोक्रेट्स सदस्यों के लिए संबोधित किया गया.
ट्रंप ने अपनी चिट्ठी में कहा, 'मेरे खिलाफ जो महाभियोग लाने की कोशिश की जा रही है, वह अमेरिकी इतिहास में लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला है. जो बिडेन के सहयोगियों द्वारा मुझे मेरे पद से हटाने की कोशिश है.'
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बता दें, ट्रंप की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमीर जेलेन्स्की के साथ जुलाई में फोन पर हुई बातचीत के संबंध में सितंबर में एक अनाम व्हिसलब्लोअर के शिकायत करने के बाद महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की गई थी.
'हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी' के अध्यक्ष जेरी नाडलर ने आरोप लगाया था कि ट्रंप अपने फायदे के लिए 2020 चुनाव को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट की महाभियोग की धाराएं बेहद कमजोर हैं और साथ ही अपने कुछ गलत ना करने की बात भी उन्होंने दोहराई.
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ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, 'रिपब्लिकन एकसाथ हैं, यह एक साजिश है. यह एक घिनौनी चीज है, डेमोक्रेट्स भी कुछ खास खोज नहीं पाए हैं क्योंकि उन्होंने दो धाराएं रखी हैं, जो सच कहूं तो बेहद कमजोर है. वह काफी कमजोर हैं.'