वॉशिंगटन : बिना दस्तावेजों के अमेरिका में रहने वाले भारतीय आव्रजकों की संख्या पांच लाख से अधिक है. अमेरिका के एक शोध संस्थान की रिपोर्ट में कहा गया है कि इन भारतीय आव्रजकों की सामूहिक खरीद क्षमता 15.5 अरब डॉलर है. साथ ही संघीय, राज्य और स्थानीय कर राजस्व में इनका योगदान 2.8 अरब डॉलर का है.
अपने ताजा शोध में न्यू अमेरिकन इकोनॉमी शोध संस्थान ने 2019 के अमेरिकी सामुदायिक सर्वे के आंकड़ों का इस्तेमाल किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बिना दस्तावेजों के रह रहे भारतीय आव्रजक अमेरिका अर्थव्यवस्था में योगदान देने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं.
इसके अलावा अमेरिका में मेक्सिको के 42 लाख ऐसे आव्रजक हैं, जिनके पास दस्तावेज नहीं है. अमेरिका में बिना दस्तावेजों वाले आव्रजकों में मेक्सिको की हिस्सेदारी 40.8 प्रतिशत है. विभिन्न देशों के ऐसे कुल आव्रजकों की संख्या 1.03 करोड़ है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 में अकेले इन आव्रजकों के परिवारों की आय 92 अरब डॉलर रही. इन्होंने संघीय, राज्य और स्थानीय करों में 9.8 अरब डॉलर का योगदान दिया.
मेक्सिको के ऐसे आव्रजकों की खरीद क्षमता 82.2 अरब डॉलर है.
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मेक्सिको के बाद बिना दस्तावेजों के आव्रजकों की संख्या के मामले में अल सल्वाडोर का स्थान है. अल सल्वाडोर के आव्रजकों की संख्या 6,21,000 है. भारत के आव्रजकों की संख्या 5,87,000 या 5.7 प्रतिशत है. भारत के बाद ग्वाटेमाला और होंडुरास के आव्रजकों का नंबर आता है.