न्यूयॉर्क : उपराष्ट्रपति पद के लिए माइक पेंस और कमला हैरिस के बीच साल्ट लेक सिटी में होने वाली बहस बुधवार रात के लिए निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी.
इसके पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच पहली बहस हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच स्वास्थ देखभाल, कोरोना वायरस और सुप्रीम कोर्ट के भविष्य जैसे मुद्दों पर कड़ी नोकझोंक हुई.
बता दें कि, राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए केवल 35 दिन बचे हैं. 77 वर्षीय बाइडेन और 74 वर्षीय ट्रंप के बीच तीन बहस निर्धारित हैं. पहली बहस हो चुकी है, दूसरी बहस 15 अक्टूबर और तीसरी 22 अक्तूबर को होगी. उपराष्ट्रपति पद के लिए बहस सीनेटर कमला हैरिस और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच आठ अक्टूबर को होनी तय है.
इस बहस में कोरोना वायरस अहम मुद्दा होगा, क्योंकि जिस तरह राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना के लेकर बहस की थी, उससे कई और सवाल खड़े होते हैं, जिसको लेकर सीनेटर कमला हैरिस वार कर सकती हैं.
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उपराष्ट्रपति बहस के प्रमुख मुद्दे
कोविड-19
अमेरिका में कोरोना वायरस के चलते 2,10,000 से अधिक अमेरिकियों की मौत हो गई है और जिस तरह से ट्रंप प्रशासन कोरोना से लड़ रहा है उसको देखते हुए पेंस और हैरिस के बीच अच्छी-खासी बहस हो सकती है, क्योंकि दोनों ही इस परिस्थिति का अलग-अलग तरीके से आंकलन कर रहे हैं.
पेंस ने ह्वाइट हाउस की कोरोना वायरस टास्क फोर्स का नेतृत्व किया है, जो ह्वाइट हाउस ब्रीफिंग में एक हाई-प्रोफाइल स्पॉट है, वे काफी शांत दिखाई देते हैं. वहीं, दूसरी ओर कैलिफोर्निया की पूर्व अटॉर्नी जनरल हैरिस वायरस की शुरुआती प्रतिक्रिया को लेकर पेंस से क्रॉस-क्वेश्चन कर सकती हैं. इसके अलावा वे ट्रंप के चुनाव अभियान में बड़ी रैलियों के आयोजन और कोरोना को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप के रवैए पर भी सवाल कर सकती हैं.
नस्लवाद (रेस)
अमेरिका में नस्लवाद के मुद्दे को लेकर बहस हो सकती है. नस्लवाद का मुद्दा आने वाले चुनाव में अश्वेत समुदाय के वोट का फैसला करने के लिए निर्णायक साबित हो सकता है. पेंस, जो कि श्वेत हैं, हैरिस से ट्रंप की नस्लवादी टिप्पणियों को लेकर बहस करने की उम्मीद कर सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट विवाद
अमेरिका के लोगों के लिए गर्भपात, स्वास्थ्य देखभाल प्रमुख मुद्दे हैं. पेंस ने अपने रूढ़िवादी ईसाई विश्वासों और अभियान पथ पर गर्भपात-विरोधी रुख पर जोर देते हुए डेमोक्रेट्स को धार्मिक स्वतंत्रता के लिए खतरे के रूप में बताया है.
वहीं सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी की सदस्य हैरिस गर्भपात के अधिकारों की कट्टर रक्षक मानी जाती हैं. इसी के साथ इस सप्ताह दो रूढ़िवादी न्यायाधीशों के एक बयान ने अदालत के 2015 के फैसले की आलोचना की, जो समान लिंग विवाह को वैधता प्रदान करता है और सुझाव दिया कि अदालत को इस फैसले पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है. यह कदम अदालत के संभावित फेरबदल के बारे में उदारवादी आशंकाओं और रूढ़िवादियों के उत्साह को दिखाता है. हैरिस एक ही-लिंग विवाह की कट्टर रक्षक हैं. 2015 में इंडियाना के गवर्नर के रूप में पेंस ने एक कानून पर हस्ताक्षर करने के लिए ध्यान आकर्षित किया था, जिसने व्यापार मालिकों को समलैंगिक लोगों को धार्मिक कारणों के चलते किसी भी तरह की सेवा से वंचित करने की अनुमति दी थी.
भविष्य की संभावनाएं
पेंस को ट्रंप का संभावित उत्तराधिकारी और संभावित 2024 राष्ट्रपति उम्मीदवार माना जा रहा है. उनके पास इंडियाना के गवर्नर और उपाध्यक्ष होने का कार्यकारी अनुभव है, जो जीओपी की दौड़ में उन्हें प्रमुख दावेदार साबित करेगा.
हैरिस ने केवल बिडेन के साथ शामिल होने के बाद ही अपना प्रोफाइल बनाया है और उम्मीद है कि भविष्य में राष्ट्रपति पद के लिए लड़ने के लिए उन्हें और बहुत कुछ करना होगा. अब देखना यह होगा कि पेंस और हैरिस ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए कैसे मंच तैयार किया है.
जेंडर डायनामिक्स
पिछली बहस के विपरीत, दो पुरुषों और एक पुरुष मॉडरेटर के साथ, बुधवार को होने वाली बहस में हैरिस, प्रमुख पार्टी के राष्ट्रपति टिकट पर दिखाई देने वाली चौथी महिला और यूएसए टुडे के वाशिंगटन ब्यूरो की प्रमुख सुसैन पेज महिला मॉडरेटर रहेंगी. ट्रंप-पेंस विशेष रूप से महिला मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. वहीं हैरिस ने मतदाताओं से अपने तरीके से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल कानून के लिए एक सर्वोच्च न्यायालय की चुनौती, जन्म नियंत्रण के लिए बीमा कवरेज को समाप्त कर सकती है और बीमाकर्ताओं को गर्भावस्था की स्थिति के रूप में इलाज करने में सक्षम बनाती है.
सुरक्षा
पेंस और हैरिस की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन दोनों के बीच 12 फीट से अधिक की दूरी रहेगी. वे मास्क तो नहीं पहनेंगे और न हीं हाथ मिलाएंगे.
ट्रंप
हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप बहस के दौरान मंच पर नहीं रहेंगे लेकिन वे ट्विटर के माध्यम से बहस का हिस्सा बन सकते हैं.