वॉशिंगटनः संयुक्त राष्ट्र मिशन के मुताबिक भारतीय शांतिदूत लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी कीवु झील में एक सहयोगी को बचाने की कोशिश करते हुए डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) में मारे गए. उन्हीं की याद में MONUSCO द्वारा एक स्मारक सेवा का आयोजन किया गया. बता दें उनका शव बरामद कर लिया गया है.
जानकारी संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता ने दी.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यहां कहा कि कीवू झील में डूबने वाले भारत के शांतिरक्षक का शव बरामद कर लिया गया है. वह रविवार से लापता था.
महासचिव की विशेष प्रतिनिधि और कांगो में मिशन की प्रमुख लीला जेरुगी ने शांतिरक्षक के परिवार एवं दोस्तों और साथ ही भारत सरकार और वहां के लोगों के प्रति संवेदनाएं जताई.
गौरतलब है कि MONUSCO कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र का संगठन स्थिरीकरण मिशन है जिसे फ्रांसीसी नाम के आधार पर एक संक्षिप्त रूप में MONUSCO नाम दिया गया है.
बता दें कि एंटानियो गुटेरस के प्रतिनिधि फ्रैंकोइस ग्रिग्नन और लेफ्टिनेंट जनरल एलियास रोड्रिग्स मार्टो फिल्हो, शांति सेना के कमांडर ने शांति के लिए सोलंकी के समर्पण की प्रशंसा की.
साथ ही उन्होंने सोलंकी के परिवार वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की. गौरतलब है कि यहां 2,613 भारतीय सैन्यकर्मी कार्यरत हैं.
कांगो संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना है जिसका फ्रांसीसी नाम MONUSCO है.