मेनलो पार्क : फेसबुक ने कहा है कि वह चेहरे पहचानने की प्रणाली को बंद करेगा और एक अरब से भी ज्यादा लोगों के फेसप्रिंट मिटाएगा. फेसबुक की नयी पैरेंट (होल्डिंग) कंपनी ‘मेटा’ में कृत्रिम बुद्धिमत्ता विभाग के उप प्रमुख जेरोम पेसेंटी द्वारा मंगलवार को पोस्ट किए गए ब्लॉग के अनुसार, 'प्रौद्योगिकी के इतिहास में चेहरा पहचानने के उपयोग की दिशा में यह कदम सबसे बड़ा बदलाव होगा.'
पोस्ट के अनुसार, 'फेसबुक के सक्रिय उपयोक्ताओं में से एक तिहाई से ज्यादा लोगों ने हमारी चेहरे पहचानने की सेटिंग को स्वीकार किया है और वह पहचान करने में सफल रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप एक अरब से भी ज्यादा लोगों के चेहरे पहचानने के टेम्लेट को मिटाया जाएगा.'
फेसबुक की नई मूल कंपनी मेटा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपाध्यक्ष जेरोम पेसेंटी ने मंगलवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि यह बदलाव प्रौद्योगिकी के इतिहास में चेहरे की पहचान के उपयोग में सबसे बड़े बदलावों में से एक का प्रतिनिधित्व करेगा.
फेसबुक के दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं में से एक तिहाई से अधिक ने हमारी फेस रिकग्निशन सेटिंग को चुना है और उन्हें पहचाना जा सकता है, और इसके हटाने के परिणामस्वरूप एक अरब से अधिक लोगों के व्यक्तिगत चेहरे की पहचान टेम्प्लेट को हटा दिया जाएगा.
पढ़ें - फेसबुक ने कंपनी का नाम 'मेटा' किया
उन्होंने कहा कि कंपनी बढ़ती सामाजिक चिंताओं के खिलाफ प्रौद्योगिकी के सकारात्मक उपयोग के मामलों को तौलने की कोशिश कर रही है, विशेष रूप से नियामकों ने अभी तक स्पष्ट नियम प्रदान नहीं किए हैं.
(पीटीआई-भाषा)