ETV Bharat / international

फेसबुक भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण से निपटने के लिए कर रहा संघर्ष : रिपोर्ट

फेसबुक के आंतरिक दस्तावेज बताते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण और हिंसा पर जश्न से जुड़ी सामग्री की समस्या से संघर्ष कर रही है.

फेसबुक भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण से निपटने के लिए कर रहा संघर्ष : रिपोर्ट
फेसबुक भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण से निपटने के लिए कर रहा संघर्ष : रिपोर्ट
author img

By

Published : Oct 24, 2021, 7:43 PM IST

न्यूयॉर्क : फेसबुक के आंतरिक दस्तावेज बताते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण और हिंसा पर जश्न से जुड़ी सामग्री की समस्या से संघर्ष कर रही है. अमेरिकी मीडिया में आई खबर के मुताबिक सोशल मीडिया के शोधकर्ताओं ने रेखांकित किया है कि ऐसे समूह और पेज हैं जो 'भ्रामक, भड़काऊ और मुस्लिम विरोधी सामग्री से भरे हुए हैं.' एक खबर के मुताबिक फेसबुक के शोधकर्ताओं ने फरवरी 2019 में नए उपयोकर्ता अकाउंट बनाए ताकि देखा जा सके कि केरल के निवासी के लिए सोशल मीडिया वेबसाइट कैसा दिखता है.

खबर के मुताबिक, 'अगले तीन सप्ताह तक अकाउंट को सामान्य नियम के तहत चलाया गया. समूहों से जुड़ने, वीडियो और साइट के नए पेज को देखने के लिए फेसबुक की कलन विधि (अल्गोरिद्म) द्वारा की गई सभी अनुशंसाओं का अनुपालन किया गया. इसका नतीजा रहा है कि उपयोगकर्ता के सामने नफरत वाले भाषण, भ्रामक सूचना और हिंसा पर जश्न मनाने की बाढ़ आ गई, जिसका दस्तावेजीकरण फेसबुक ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में किया है और उस महीने के अंत में संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित की गई.'

ये भी पढ़े-चीन के एक नए उपग्रह का सफल प्रक्षेपण, जानें इसकी खासियत

समाचार संगठनों के समूह को प्राप्त हुई रिपोर्ट के मुताबिक, 'आंतरिक दस्तावेज दिखाते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार में भ्रामक सूचना, नफरत फैलने वाले भाषण और हिंसा का जश्न मनाने वाली सामग्री से संघर्ष कर रही है.' फेसबुक की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि भारत में मान्यता प्राप्त 22 भाषाओं में से केवल पांच भाषाओं में ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आधार पर सामग्री का विश्लेषण करने की सुविधा है, लेकिन इनमें हिंदी और बांग्ला भाषा अबतक शामिल नहीं है।

(पीटाआई-भाषा)

न्यूयॉर्क : फेसबुक के आंतरिक दस्तावेज बताते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार भारत में भ्रामक सूचना, नफरत वाले भाषण और हिंसा पर जश्न से जुड़ी सामग्री की समस्या से संघर्ष कर रही है. अमेरिकी मीडिया में आई खबर के मुताबिक सोशल मीडिया के शोधकर्ताओं ने रेखांकित किया है कि ऐसे समूह और पेज हैं जो 'भ्रामक, भड़काऊ और मुस्लिम विरोधी सामग्री से भरे हुए हैं.' एक खबर के मुताबिक फेसबुक के शोधकर्ताओं ने फरवरी 2019 में नए उपयोकर्ता अकाउंट बनाए ताकि देखा जा सके कि केरल के निवासी के लिए सोशल मीडिया वेबसाइट कैसा दिखता है.

खबर के मुताबिक, 'अगले तीन सप्ताह तक अकाउंट को सामान्य नियम के तहत चलाया गया. समूहों से जुड़ने, वीडियो और साइट के नए पेज को देखने के लिए फेसबुक की कलन विधि (अल्गोरिद्म) द्वारा की गई सभी अनुशंसाओं का अनुपालन किया गया. इसका नतीजा रहा है कि उपयोगकर्ता के सामने नफरत वाले भाषण, भ्रामक सूचना और हिंसा पर जश्न मनाने की बाढ़ आ गई, जिसका दस्तावेजीकरण फेसबुक ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में किया है और उस महीने के अंत में संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित की गई.'

ये भी पढ़े-चीन के एक नए उपग्रह का सफल प्रक्षेपण, जानें इसकी खासियत

समाचार संगठनों के समूह को प्राप्त हुई रिपोर्ट के मुताबिक, 'आंतरिक दस्तावेज दिखाते हैं कि कंपनी अपने सबसे बड़े बाजार में भ्रामक सूचना, नफरत फैलने वाले भाषण और हिंसा का जश्न मनाने वाली सामग्री से संघर्ष कर रही है.' फेसबुक की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि भारत में मान्यता प्राप्त 22 भाषाओं में से केवल पांच भाषाओं में ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आधार पर सामग्री का विश्लेषण करने की सुविधा है, लेकिन इनमें हिंदी और बांग्ला भाषा अबतक शामिल नहीं है।

(पीटाआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.