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वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट : जानें किन मुद्दों पर हो सकती है बहस - वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट

अमेरिका में भारतीय-अफ्रीकी मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बहस करेंगे. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. यह बहस नेताओं के बीच महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट
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Published : Oct 7, 2020, 10:17 PM IST

Updated : Oct 8, 2020, 6:22 AM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका में भारतीय-अफ्रीकी मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला और हैरिस उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बहस करेंगे.

इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

अमेरिका में उपराष्ट्रपतियों की पहले बहस बहुत मायने नहीं होती थी, लेकिन इस बार यह बहस काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस समय कोरोना वायरस से उबर रहे हैं और जो बाइडेन अमेरिका के इतिहास में सबसे वृद्ध राष्ट्रपति बनने के लिए भरसक कोशिश कर रहें है. ऐसे में यह बहस बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो जाती है.

ऐसी संभावना है कि पेंस या हैरिस को अगली बार राष्ट्रपति पद के लिए कदम बढ़ा सकते हैं. यह दोनों उम्मीदवारों के लिए प्राइम-टाइम के चक्कर में अधिक से अधिक जांच को नियंत्रित करता है.

पेंस और हैरिस को मीडिया में बहुत कम प्रमुखता दी जाती है. ऐसे में उनके लिए दोनों के लिए यह चमकने का अवसर होगा.

क्या बहस सुरक्षित है?
तकरीबन दो सप्ताह पहले पेंस ने ह्वाइट हाउस में आयोजित रोज गार्डन समारोह में भाग लिया था, इस समारोह में शामिल होने वाले आठ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे, इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं.

स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के मद्देनजर आयोजकों ने कहा कि कि दोनों नेताओं के बीच शिल्ड (प्लैक्सीग्लास (plexiglass) लगाया जाएगा, जिससे दोनों नेताओं को मास्क पहनने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा उम्मीदवार और मॉडरेटर सभी एक दूसरे से बिल्कुल 12.25 फीट (3.7 मीटर) दूर बैठेंगे.

एहतियातन आज होने वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कमला हैरिस के बीच प्लैक्सीग्लास(plexiglass) लगाए जाएंगे. यह पहला डिबेट यूटा के साल्ट लेक सिटी में आयोजित किया गया है.

आयोजकों की रिपोर्ट है कि उम्मीदवारों की समर्थकों की एक छोटी संख्या हॉल के अंदर होगी, जो कोई भी उम्मीदवारों और मॉडरेटर के अलावा एक मास्क पहनने से इनकार करता है, उसे हाल से निकाल दिया जाएगा. हम आमतौर पर राजनीतिक जोखिमों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन इस समय कोरोना वायरस का खतरा है.

अमेरिका के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के अध्यक्ष पेंस को बहस के दौरान कुछ कठिन सवालों के जवाब देने पड़ सकते हैं.

कोरोना के मद्देनजर बहस के दौरान पेंस और हैरिस 13 फीट की दूरी पह रहेंगे. अमेरिका में कोरोना वायरस के कराण 210,000 लोग जान गंवा चुके हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित 74 लाख लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं.

अमेरिका ने कोराना के पहले चरण में चीन की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद भी अमेरिका में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ा. पेंस की स्ट्रेटजी भी काम में नहीं आने वाली है. सच्चाई यह है कि ट्रंप और पेंस की निगरानी में, किसी भी अन्य देश की तुलना में अमेरिका में वायरस से अधिक लोग मारे गए हैं.

ट्रंप द्वारा वायरस के खतरे को कम आंकने और मास्क उपयोग जैसी बुनियादी सुरक्षा सावधानियों को कम आंकने की स्ट्रेटजी रही है. एक पैटर्न जो राष्ट्रपति ट्रंप के डिस्चार्ज होने के बाद भी जारी रहा.

ट्रंप की तुलना में पेंस कहीं अधिक राजनीति में मझे हुए खिलाड़ी हैं, क्योंकि वह 20 सालों से राजनीति कर रहे हैं. बहस के दौरान उन्हें अपने अनुभव को पूरी तरह से झोंकना होगा नहीं तो वह हार जाएंगे.

हैरिस इतिहास बना रहीं
यह कोई रहस्य नहीं है कि बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी के पीछे कुछ डेमोक्रेटों को उत्साहित करने के लिए संघर्ष किया है. हैरिस उस मोर्चे पर मदद कर सकती हैं, क्योंकि वह अमेरिका को याद दिलाता है कि वह राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली पहली अश्वेत महिला के रूप में इतिहास बना सकती हैं. अकेले बहस के मंच पर उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक है.

बाइडेन को दिखाने के लिए डेमोक्रेट अभी भी कम-प्रसार मतदाताओं, विशेष रूप से काले और युवा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं. हैरिस के पास शायद बुधवार रात उन चिंताओं को दूर करने में मदद करने का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा मौका है.

गरिमामयी बातचीत
दोनों के बीच गरिमामयी बातचीत होगी. इसका मतलब यह है कि दोनों नेता के बीच प्वाइंट टू प्वांइट बातचीत होगी. या कहें तो किसी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जाएगी.

पेंस ने पिछले चार वर्षों में दिखाया है कि उन्हें राष्ट्रपति की प्रशंसा के अलावा कुछ भी करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन एक पूर्व अभियोजक हैरिस ने अपनी इच्छा के अनुसार आग लाने की क्षमता और इच्छा का प्रदर्शन किया है.

ट्रंप प्रशासन द्वारा नस्लीय विभाजन, महिलाओं के मुद्दों, कोरोना वायरस और राष्ट्रपति के सुप्रीम कोर्ट के नामांकित व्यक्तियों की हैंडलिंग पर पेंस पर हमला करने के लिए कैलिफोर्निया की सीनेटर तैनात है.

यह देखना होगा कि उपराष्ट्रपति की उम्मीदवार बनने के बाद वह किस तरह से अभियान की राह पर हैं, सवाल यह है कि बाइडेन की टीम कितनी आक्रामक है.

वॉशिंगटन : अमेरिका में भारतीय-अफ्रीकी मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला और हैरिस उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बहस करेंगे.

इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

अमेरिका में उपराष्ट्रपतियों की पहले बहस बहुत मायने नहीं होती थी, लेकिन इस बार यह बहस काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस समय कोरोना वायरस से उबर रहे हैं और जो बाइडेन अमेरिका के इतिहास में सबसे वृद्ध राष्ट्रपति बनने के लिए भरसक कोशिश कर रहें है. ऐसे में यह बहस बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो जाती है.

ऐसी संभावना है कि पेंस या हैरिस को अगली बार राष्ट्रपति पद के लिए कदम बढ़ा सकते हैं. यह दोनों उम्मीदवारों के लिए प्राइम-टाइम के चक्कर में अधिक से अधिक जांच को नियंत्रित करता है.

पेंस और हैरिस को मीडिया में बहुत कम प्रमुखता दी जाती है. ऐसे में उनके लिए दोनों के लिए यह चमकने का अवसर होगा.

क्या बहस सुरक्षित है?
तकरीबन दो सप्ताह पहले पेंस ने ह्वाइट हाउस में आयोजित रोज गार्डन समारोह में भाग लिया था, इस समारोह में शामिल होने वाले आठ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे, इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं.

स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के मद्देनजर आयोजकों ने कहा कि कि दोनों नेताओं के बीच शिल्ड (प्लैक्सीग्लास (plexiglass) लगाया जाएगा, जिससे दोनों नेताओं को मास्क पहनने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा उम्मीदवार और मॉडरेटर सभी एक दूसरे से बिल्कुल 12.25 फीट (3.7 मीटर) दूर बैठेंगे.

एहतियातन आज होने वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कमला हैरिस के बीच प्लैक्सीग्लास(plexiglass) लगाए जाएंगे. यह पहला डिबेट यूटा के साल्ट लेक सिटी में आयोजित किया गया है.

आयोजकों की रिपोर्ट है कि उम्मीदवारों की समर्थकों की एक छोटी संख्या हॉल के अंदर होगी, जो कोई भी उम्मीदवारों और मॉडरेटर के अलावा एक मास्क पहनने से इनकार करता है, उसे हाल से निकाल दिया जाएगा. हम आमतौर पर राजनीतिक जोखिमों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन इस समय कोरोना वायरस का खतरा है.

अमेरिका के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के अध्यक्ष पेंस को बहस के दौरान कुछ कठिन सवालों के जवाब देने पड़ सकते हैं.

कोरोना के मद्देनजर बहस के दौरान पेंस और हैरिस 13 फीट की दूरी पह रहेंगे. अमेरिका में कोरोना वायरस के कराण 210,000 लोग जान गंवा चुके हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित 74 लाख लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं.

अमेरिका ने कोराना के पहले चरण में चीन की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद भी अमेरिका में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ा. पेंस की स्ट्रेटजी भी काम में नहीं आने वाली है. सच्चाई यह है कि ट्रंप और पेंस की निगरानी में, किसी भी अन्य देश की तुलना में अमेरिका में वायरस से अधिक लोग मारे गए हैं.

ट्रंप द्वारा वायरस के खतरे को कम आंकने और मास्क उपयोग जैसी बुनियादी सुरक्षा सावधानियों को कम आंकने की स्ट्रेटजी रही है. एक पैटर्न जो राष्ट्रपति ट्रंप के डिस्चार्ज होने के बाद भी जारी रहा.

ट्रंप की तुलना में पेंस कहीं अधिक राजनीति में मझे हुए खिलाड़ी हैं, क्योंकि वह 20 सालों से राजनीति कर रहे हैं. बहस के दौरान उन्हें अपने अनुभव को पूरी तरह से झोंकना होगा नहीं तो वह हार जाएंगे.

हैरिस इतिहास बना रहीं
यह कोई रहस्य नहीं है कि बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी के पीछे कुछ डेमोक्रेटों को उत्साहित करने के लिए संघर्ष किया है. हैरिस उस मोर्चे पर मदद कर सकती हैं, क्योंकि वह अमेरिका को याद दिलाता है कि वह राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली पहली अश्वेत महिला के रूप में इतिहास बना सकती हैं. अकेले बहस के मंच पर उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक है.

बाइडेन को दिखाने के लिए डेमोक्रेट अभी भी कम-प्रसार मतदाताओं, विशेष रूप से काले और युवा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं. हैरिस के पास शायद बुधवार रात उन चिंताओं को दूर करने में मदद करने का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा मौका है.

गरिमामयी बातचीत
दोनों के बीच गरिमामयी बातचीत होगी. इसका मतलब यह है कि दोनों नेता के बीच प्वाइंट टू प्वांइट बातचीत होगी. या कहें तो किसी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जाएगी.

पेंस ने पिछले चार वर्षों में दिखाया है कि उन्हें राष्ट्रपति की प्रशंसा के अलावा कुछ भी करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन एक पूर्व अभियोजक हैरिस ने अपनी इच्छा के अनुसार आग लाने की क्षमता और इच्छा का प्रदर्शन किया है.

ट्रंप प्रशासन द्वारा नस्लीय विभाजन, महिलाओं के मुद्दों, कोरोना वायरस और राष्ट्रपति के सुप्रीम कोर्ट के नामांकित व्यक्तियों की हैंडलिंग पर पेंस पर हमला करने के लिए कैलिफोर्निया की सीनेटर तैनात है.

यह देखना होगा कि उपराष्ट्रपति की उम्मीदवार बनने के बाद वह किस तरह से अभियान की राह पर हैं, सवाल यह है कि बाइडेन की टीम कितनी आक्रामक है.

Last Updated : Oct 8, 2020, 6:22 AM IST
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