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ट्रंप ने टिकटॉक, वीचैट पर प्रतिबंध लगाने के कार्यकारी आदेश पर किए हस्ताक्षर

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Published : Aug 7, 2020, 10:46 AM IST

Updated : Aug 7, 2020, 11:05 AM IST

अमेरिका और चीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट जैसे ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने वाले आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.

donald trump
डोनाल्ड ट्रम्प

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट जैसी लोकप्रिय चीनी ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगाने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने इन ऐप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताया है.

ट्रंप ने दो अलग-अलग कार्यकारी आदेशों में कहा कि प्रतिबंध 45 दिन में लागू होगा.

उल्लेखनीय है कि भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था. भारत ने 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत के इस कदम का ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी सांसदों ने स्वागत किया था.

ट्रंप ने कांग्रेस को भेजी शासकीय सूचना में कहा कि चीन की कंपनियों द्वारा विकसित एवं उनके मालिकाना हक वाली मोबाइल ऐप का अमेरिका में प्रसार राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है.

उन्होंने कहा, 'इस समय, खासकर एक मोबाइल ऐप टिकटॉक से निपटने के लिए आदेश दिया गया है.'

ट्रंप ने कहा कि चीन की कंपनी बाइटडांस लिमिटेड के मालिकाना हक वाली वीडियो साझा करने वाली मोबाइल ऐप्लीकेशन टिकटॉक अपने उपयोगकर्ताओं की काफी जानकारी हासिल कर लेती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस डेटा संग्रह से चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी की अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है, जिससे संघीय कर्मियों एवं ठेकेदारों पर नजर रखने में चीन सक्षम हो सकता है, उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए निजी सूचना एकत्र कर सकता है और कॉरपोरेट जासूसी कर सकता है.

राष्ट्रपति ने कहा कि टिकटॉक उस सामग्री को भी कथित रूप से सेंसर करता है, जिसे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी राजनीतिक रूप से संवेदनशील समझती है, जैसे कि हांगकांग में प्रदर्शनों संबंधी सामग्री और उइगर एवं अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ चीन के व्यवहार से जुड़ी सामग्री को हटा दिया जाता है.

ट्रंप ने कहा कि टिकटॉक का इस्तेमाल चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए भी किया जा सकता है. इस खतरे से निपटने के लिए इस आदेश के तहत आज से 45 दिन बाद इस ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लागू हो जाएगा.

पढ़ें :- अब साइबर हमलों के लिए जिम्मेदार देशों पर होगी कड़ी कार्रवाई

ट्रंप ने एक अन्य कार्यकारी आदेश में कहा कि ऐसा बताया जाता है कि चीनी कंपनी टेंसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड के मालिकाना हक वाली संदेश भेजने वाली, सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक भुगतान संबंधी ऐप वीचैट के अमेरिका समेत दुनियाभर में एक अरब से अधिक उपयोगकर्ता हैं.

उन्होंने कहा, 'टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी अपने उपयोगकर्ताओं की बड़ी जानकारी हासिल कर लेती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है.'

ट्रंप ने कहा कि वीचैट ऐप अमेरिका आने वाले चीनी नागरिकों पर नजर रख सकती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को उन चीनी नागरिकों पर नजर रखने की अनुमति मिलती है, जो अपने जीवन में पहली बार स्वतंत्र समाज के लाभ का आनंद ले रहे होते हैं.

पढ़ें :- चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से खतरा बहुत वास्तविक : अमेरिकी विदेश मंत्री

अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, 'टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी कथित रूप से उस जानकारी को हटा देती है, जो चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को राजनीतिक रूप से संवेदनशील लगती है और इसका इस्तेमाल पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए किया जा सकता है.'

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने हाल में टिकटॉक पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकियों की निजी जानकारी को एकत्र कर रहा है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट जैसी लोकप्रिय चीनी ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगाने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने इन ऐप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताया है.

ट्रंप ने दो अलग-अलग कार्यकारी आदेशों में कहा कि प्रतिबंध 45 दिन में लागू होगा.

उल्लेखनीय है कि भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था. भारत ने 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत के इस कदम का ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी सांसदों ने स्वागत किया था.

ट्रंप ने कांग्रेस को भेजी शासकीय सूचना में कहा कि चीन की कंपनियों द्वारा विकसित एवं उनके मालिकाना हक वाली मोबाइल ऐप का अमेरिका में प्रसार राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है.

उन्होंने कहा, 'इस समय, खासकर एक मोबाइल ऐप टिकटॉक से निपटने के लिए आदेश दिया गया है.'

ट्रंप ने कहा कि चीन की कंपनी बाइटडांस लिमिटेड के मालिकाना हक वाली वीडियो साझा करने वाली मोबाइल ऐप्लीकेशन टिकटॉक अपने उपयोगकर्ताओं की काफी जानकारी हासिल कर लेती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस डेटा संग्रह से चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी की अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है, जिससे संघीय कर्मियों एवं ठेकेदारों पर नजर रखने में चीन सक्षम हो सकता है, उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए निजी सूचना एकत्र कर सकता है और कॉरपोरेट जासूसी कर सकता है.

राष्ट्रपति ने कहा कि टिकटॉक उस सामग्री को भी कथित रूप से सेंसर करता है, जिसे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी राजनीतिक रूप से संवेदनशील समझती है, जैसे कि हांगकांग में प्रदर्शनों संबंधी सामग्री और उइगर एवं अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ चीन के व्यवहार से जुड़ी सामग्री को हटा दिया जाता है.

ट्रंप ने कहा कि टिकटॉक का इस्तेमाल चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए भी किया जा सकता है. इस खतरे से निपटने के लिए इस आदेश के तहत आज से 45 दिन बाद इस ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लागू हो जाएगा.

पढ़ें :- अब साइबर हमलों के लिए जिम्मेदार देशों पर होगी कड़ी कार्रवाई

ट्रंप ने एक अन्य कार्यकारी आदेश में कहा कि ऐसा बताया जाता है कि चीनी कंपनी टेंसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड के मालिकाना हक वाली संदेश भेजने वाली, सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक भुगतान संबंधी ऐप वीचैट के अमेरिका समेत दुनियाभर में एक अरब से अधिक उपयोगकर्ता हैं.

उन्होंने कहा, 'टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी अपने उपयोगकर्ताओं की बड़ी जानकारी हासिल कर लेती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच होने का खतरा पैदा होता है.'

ट्रंप ने कहा कि वीचैट ऐप अमेरिका आने वाले चीनी नागरिकों पर नजर रख सकती है, जिससे चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को उन चीनी नागरिकों पर नजर रखने की अनुमति मिलती है, जो अपने जीवन में पहली बार स्वतंत्र समाज के लाभ का आनंद ले रहे होते हैं.

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अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, 'टिकटॉक की तरह वीचैट ऐप भी कथित रूप से उस जानकारी को हटा देती है, जो चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी को राजनीतिक रूप से संवेदनशील लगती है और इसका इस्तेमाल पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली दुष्प्रचार मुहिमों के लिए किया जा सकता है.'

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने हाल में टिकटॉक पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकियों की निजी जानकारी को एकत्र कर रहा है.

Last Updated : Aug 7, 2020, 11:05 AM IST
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