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चीन में दो कनाडाई पुरुषों की हिरासत राजनीति से प्रेरित : पोम्पिओ

चीन ने कनाडा के दो नागरिकों को जासूसी के आरोप में पिछले साल बंदी बनाया था. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ये आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित और पूरी तरह से आधारहीन हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका दो कनाडाई नागरिकों की तत्काल रिहाई के लिए कनाडा के साथ खड़ा है. पढे़ं खबर विस्तार से...

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अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ
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Published : Jun 23, 2020, 10:57 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका ने चीन में दो कनाडाई नागरिकों की हिरासत को लेकर चिंता जताई है और साथ ही उनकी रिहाई के लिए कांसुलर एक्सेस पहुंच प्रदान करने का आह्वान किया है.

आपको बता दें कि कनाडाई नागरिक, माइकल कोवरिग और माइकल स्पावर को चीन में मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया और चीनी शासन द्वारा उनपर जासूसी करने का आरोप लगाया गया था.

चीन की कानूनी प्रणाली पारदर्शी नहीं है. उसने पूर्व राजनयिक माइकल कोवरिग और कारोबारी माइकल स्पावर को जासूसी के आरोप में 10 दिसंबर 2018 को हिरासत में लिया था.

माइकल कोवरिग पर बीजिंग द्वारा राज्य रहस्य और खुफिया जानकारी के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था. माइकल स्पावर पर उत्तर कोरियाई सीमा के पास एक शहर डैंडोंग में एक विदेशी संस्था के लिए जासूसी करने और राज्य के रहस्यों को अवैध रूप से प्रदान करने के संदेह में पकड़ा गया था. दोनों को 18 महीने तक हिरासत में रखा गया.

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि यह आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित और पूरी तरह से आधारहीन हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों कनाडाई नागरिकों की तत्काल रिहाई के लिए कनाडा के साथ खड़ा है.

पढे़ं : भारत दौरे पर माइक पोम्पिओ, कहा- जोखिम लेने से नहीं डरते नरेंद्र मोदी

पोम्पिओ ने बीजिंग से आग्रह किया कि वह दोनों नागरिकों को उनकी शर्तों को जानने के लिए कनाडा को तत्काल कांसुलर एक्सेस देने की अनुमति दे.

आपको बता दें कि बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका से कहा था कि वह चीन के साथ व्यापार समझौते पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करें, जब तक कि बीजिंग दो कनाडाई नागरिकों को रिहा नहीं कर देता.

वॉशिंगटन : अमेरिका ने चीन में दो कनाडाई नागरिकों की हिरासत को लेकर चिंता जताई है और साथ ही उनकी रिहाई के लिए कांसुलर एक्सेस पहुंच प्रदान करने का आह्वान किया है.

आपको बता दें कि कनाडाई नागरिक, माइकल कोवरिग और माइकल स्पावर को चीन में मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया और चीनी शासन द्वारा उनपर जासूसी करने का आरोप लगाया गया था.

चीन की कानूनी प्रणाली पारदर्शी नहीं है. उसने पूर्व राजनयिक माइकल कोवरिग और कारोबारी माइकल स्पावर को जासूसी के आरोप में 10 दिसंबर 2018 को हिरासत में लिया था.

माइकल कोवरिग पर बीजिंग द्वारा राज्य रहस्य और खुफिया जानकारी के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था. माइकल स्पावर पर उत्तर कोरियाई सीमा के पास एक शहर डैंडोंग में एक विदेशी संस्था के लिए जासूसी करने और राज्य के रहस्यों को अवैध रूप से प्रदान करने के संदेह में पकड़ा गया था. दोनों को 18 महीने तक हिरासत में रखा गया.

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि यह आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित और पूरी तरह से आधारहीन हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों कनाडाई नागरिकों की तत्काल रिहाई के लिए कनाडा के साथ खड़ा है.

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पोम्पिओ ने बीजिंग से आग्रह किया कि वह दोनों नागरिकों को उनकी शर्तों को जानने के लिए कनाडा को तत्काल कांसुलर एक्सेस देने की अनुमति दे.

आपको बता दें कि बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका से कहा था कि वह चीन के साथ व्यापार समझौते पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करें, जब तक कि बीजिंग दो कनाडाई नागरिकों को रिहा नहीं कर देता.

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