टोरंटो : कनाडा में 20 सितंबर को होने वाले चुनाव से पहले पार्टियों की बयानबाजी से विवाद पैदा हो गया है. दरअसल, बयान टीकाकरण औक इस्लामोफोबिया को लेकर है. इस्लाम धर्म के प्रति पूर्वाग्रह, नफरत और डर की भावना को इस्लामोफोबिया कहते हैं.
नोवा स्कोटिया के कंजर्वेटिव उम्मीदवार ने पूर्व में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में शरिया कानून और बुर्का पर प्रतिबंध लगाने के समर्थन में टिप्पणियां की थी. हालांकि उन्होंने बाद में इसके लिए माफी मांग ली थी.
शुक्रवार को कंजर्वेटिव पार्टी ने इसकी पुष्टि की कि उन्होंने टोरंटो में बीचेज-ईस्ट यॉर्क के उम्मीदवार को चुनावी दौड़ से हटा लिया क्योंकि यहां से लिबरल पार्टी के सांसद नेट ईर्सकिन-स्मिथ ने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार के 2017 के इस्लामोफोबिक ट्वीट को उजागर किया था.
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता एरिन ओ टुले ने कहा कि पार्टी देश को साथ लाने और अर्थव्यवस्था के लिहाज से देश को फिर से अपने पैर पर खड़ा करने के विचार के आधार पर सकारात्मक अभियान चला रही है.
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वहीं ओ टुले ने कंजर्वेटिव पार्टी के उन उम्मीदवारों के वरिष्ठ नागरिकों के घरों में जाकर प्रचार अभियान में शामिल होने को लेकर भी एक तरह से मौन धारण कर रखा है जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है. उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने उम्मीदवारों ने टीके की खुराक नहीं ली है.
(एपी)