ETV Bharat / international

चीन एकध्रुवीय दुनिया चाहता है, जिसमें हर देश उसके अधीन हो : अमेरिका

अमेरिका ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा है. अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि चीन एकध्रुवीय दुनिया बनाना चाहता है, जिसमें हर देश उसके अधीन हो. पढ़ें पूरी खबर...

america china
america china
author img

By

Published : Oct 14, 2020, 11:33 AM IST

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रोबर्ट ओ ब्रायन ने कहा है कि चीन अंतत: एकध्रुवीय दुनिया बनाना चाहता है, जिसमें हर देश उसके अधीन हो.

ब्रायन ने कहा कि दुनियाभर के देशों को यह एहसास होने लगा है कि अमेरिका चीन के खिलाफ क्यों है. उन्होंने कहा कि दुनिया धीरे-धीरे बहुध्रुवीय स्थिति में प्रवेश कर रही है.

ब्रायन ने यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा में कहा मुझे नहीं लगता कि दुनिया में अब द्विध्रुवीय स्थिति होगी. मुझे लगता है कि हम धीरे-धीरे बहुध्रुवीय स्थिति में प्रवेश कर रहे हैं. चीन अंतत: एकध्रुवीय स्थिति पैदा करना चाहता है, जहां शेष सभी देश उसके अधीन हों.

उन्होंने कहा कि वह हजारों वर्ष से दुनिया को इसी तरह देखते रहे हैं और वह आज भी इसे ऐसे ही देखते हैं.

ब्रायन ने कहा कि अमेरिका के साथ उसके सहयोगी भी चीन के खिलाफ खड़े हो रहे हैं.

उन्होंने कहा मुझे लगता है कि दुनिया भर के देशों को यह एहसास होने लगा है कि हम चीन के खिलाफ क्यों है. मुझे लगता है कि यदि ब्राजील और भारत के महान लोकतंत्र, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन हमारे साथ होंगे, तो अंतत: चीन पहले से अधिक अलग-थलग पड़ जाएगा.

पढ़ें :- चीन भर रहा दंभ, पांच साल बाद अमेरिका को देगा सबसे बड़ी चुनौती

ब्रायन ने कहा कि चीन के निकट मित्र समझे जाने वाले कई अफ्रीकी देशों ने अमेरिका से कहा है कि यदि वह चीन से लिया उनका कर्ज चुका देता है, तो वह चीन के साथ संबंध नहीं रखेंगे.

उन्होंने कहा आप जानते हैं कि राष्ट्रपति ऐसा नहीं करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि अमेरिका करदाताओं के धन के प्रति जवाबदेह बनना चाहता है.

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रोबर्ट ओ ब्रायन ने कहा है कि चीन अंतत: एकध्रुवीय दुनिया बनाना चाहता है, जिसमें हर देश उसके अधीन हो.

ब्रायन ने कहा कि दुनियाभर के देशों को यह एहसास होने लगा है कि अमेरिका चीन के खिलाफ क्यों है. उन्होंने कहा कि दुनिया धीरे-धीरे बहुध्रुवीय स्थिति में प्रवेश कर रही है.

ब्रायन ने यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा में कहा मुझे नहीं लगता कि दुनिया में अब द्विध्रुवीय स्थिति होगी. मुझे लगता है कि हम धीरे-धीरे बहुध्रुवीय स्थिति में प्रवेश कर रहे हैं. चीन अंतत: एकध्रुवीय स्थिति पैदा करना चाहता है, जहां शेष सभी देश उसके अधीन हों.

उन्होंने कहा कि वह हजारों वर्ष से दुनिया को इसी तरह देखते रहे हैं और वह आज भी इसे ऐसे ही देखते हैं.

ब्रायन ने कहा कि अमेरिका के साथ उसके सहयोगी भी चीन के खिलाफ खड़े हो रहे हैं.

उन्होंने कहा मुझे लगता है कि दुनिया भर के देशों को यह एहसास होने लगा है कि हम चीन के खिलाफ क्यों है. मुझे लगता है कि यदि ब्राजील और भारत के महान लोकतंत्र, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन हमारे साथ होंगे, तो अंतत: चीन पहले से अधिक अलग-थलग पड़ जाएगा.

पढ़ें :- चीन भर रहा दंभ, पांच साल बाद अमेरिका को देगा सबसे बड़ी चुनौती

ब्रायन ने कहा कि चीन के निकट मित्र समझे जाने वाले कई अफ्रीकी देशों ने अमेरिका से कहा है कि यदि वह चीन से लिया उनका कर्ज चुका देता है, तो वह चीन के साथ संबंध नहीं रखेंगे.

उन्होंने कहा आप जानते हैं कि राष्ट्रपति ऐसा नहीं करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि अमेरिका करदाताओं के धन के प्रति जवाबदेह बनना चाहता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.