ओमाहा. दुनिया के सबसे सफल निवेशक वारेन बफेट जल्द ही अपने होने वाले उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने इस पर विस्तार से जानकारी तो नहीं दी. सूत्रों के अनुसार बर्कशायर हैथवे के सीईओ बफेट ने सीधे तौर पर इसका को ई जवाब तो नहीं दिया. मगर उन्होंने कहां कि 57 वर्षीय ग्रेगरी एबल और 67 वर्षीय अजित जैन को पिछले वर्ष ही निदेशक बोर्ड में शामिल किया गया है. पिछले सप्ताह बर्कशायर हैथवे के तिमाही नतीजे जाहिर करने से कुछ घंटे पहले कई निवेशकों ने उनसे यह सवाल पूछा था.
बता दें कि दिग्गज अमेरिकी कंपनियों की कमान संभालने वाले भारतीयों की सूची में बहुत ही जल्द एक और नया जुड़ सकता है. वारेन बफेट ने अपने होने वाले उत्तराधिकारी के बारे में बात की है. उन्होंने इस दौरान अजीत जैन और ग्रेगरी एबल का नाम लिया है.
इधर निवेशकों के सवालों का जवाब देने के लिए निकट भविष्य में ये दोनों भी उनके और कंपनी के वाइस चेयरमैन चार्ली मंगर के साथ मंच पर दिखाई देंगे. इससे लोग यह अंदाजा लगा रहे हैं कि इन्हीं दोनों में एक बफेट का उत्तराधिकारी होगा.
अजित जैन 1986 में बर्कशायर हैथवे के बीमा कारोबार से जुड़े हैं. वे इस समय वाइस चेयरमैन के तौर पर बर्कशायर हैथवे के बीमा कारोबार का नेतृत्व कर रहे हैं. बफेट कई मौकों पर अजित जैन की कार्य करने की क्षमता की प्रशंसा कर चुके हैं. विश्व के तीसरे नंबर के सबसे धनी 88 वर्षीय बफेट से कई सारे सवाल किए गए. लोगों ने इस दौरान खुलकर तालियां बजाई.
प्रत्येक वर्ष बर्कशायर हैथवे के वित्तीय नतीजे जाहिर करने से पहले बफेट निवेशकों के सवालों का जवाब देते हैं. इस साल भी इस सवाल-जवाब के लिए हजारों की संख्या में निवेशकों ने हिस्सा लिया.
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बताते चले कि काफी समय से भारतीय दिग्गज बहुराष्ट्रीय कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. सुंदर पिचाई की बात करें तो वे गूगल के सीईओ के पद पर हैं. दूसरी तरफ माइक्रोसॉफ्ट ने सत्य नडेला को सीईओ बनाया है. नोकिया से लेकर पेप्सिको और एडोब की बात करें तो इनके सभी सीईओ भारतीय हैं.