न्यूयॉर्क : भारत में बने एरोमाथेरेपी के स्प्रे में बैक्टीरिया पाया गया है जिसके कारण अमेरिका में चार लोग इस वर्ष की शुरुआत में बीमार पड़ गए. उनमें से दो की मौत हो गई. यह जानकारी अमेरिका के लोक स्वास्थ्य एजेंसी ने दी है.
यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कहा कि प्रयोगशाला की जांच में एरोमाथेरेपी स्प्रे 'बेटर होम्स एंड गार्डेंस लैवेंडर एंड कैमोमाइल एसेंसिअल ऑयल इन्फ्यूस्ड एरोमाथेरेपी रूम स्प्रे विद जेमस्टोन्स' में बुर्खोल्देरिया स्यूडोमालेई बैक्टीरिया पाया गया.
सीडीसी ने कहा कि यह उसी तरह का बैक्टीरिया है जिससे इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिका में चार व्यक्ति बीमार हो गए थे. सीडीसी ने कहा कि स्प्रे छह अक्टूबर को जॉर्जिया निवासी एक व्यक्ति के घर में पाया गया जो जुलाई में बीमार पड़ा था.
एजेंसी ने कहा, 'सीडीसी इस बात की लगातार जांच कर रही है कि क्या वह वहीं बैक्टीरिया है जो चार मरीजों में पाए गए थे. ये चारों मरीज जॉर्जिया, कंसास, टेक्सास और मिनेसोटा के हैं. चार में से दो रोगियों की मौत हो गई.'
सीडीसी ने कहा कि मई में जब से एजेंसी को नमूने मिले हैं तब से वह रोगियों के रक्त नमूने की जांच के साथ ही चारों रोगियों के घर के आसपास की जमीन, जल और उपभोक्ता उत्पादों की जांच कर रही है. स्प्रे का एक नमूना इस हफ्ते पॉजिटिव पाया गया.
पढ़ें :- अमेरिकी पुलिस अधिकारी नौ वर्षीय बच्ची पर 'पेपर स्प्रे' करते दिखे
दूषित स्प्रे को वॉलमार्ट के करीब 55 स्टोर और उसकी वेबसाइट पर फरवरी और 21 अक्टूबर 2021 के बीच बेचा गया. इसके बाद कंपनी ने स्प्रे के शेष बोतल और इससे जुड़े उत्पादों को स्टोर के साथ अपनी वेबसाइट से भी हटा लिया.
उपभोक्ता उत्पाद सुरक्षा आयोग और वॉलमार्ट ने लैवेंडर और कैमोमाइल रूम स्प्रे और इसी तरह के पांच अन्य उत्पादों को वापस लेने की अपील जारी की. जांच जारी है कि क्या इससे जुड़ा इत्र एवं ब्रांड से भी खतरा है अथवा नहीं.
(पीटीआई-भाषा)