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अमेरिका ने क्यों विमान वाहक रोसवैल्ट के कप्तान को बर्खास्त किया? - captain of roosevelt aircraft

अमेरिकी सरकार ने तीन अप्रैल को परमाणु ऊर्जा संचालित विमान वाहक रोसवैल्ट के कप्तान ब्रेट क्रोजियर को बर्खास्त कर दिया. रिपोर्ट है कि विमान वाहक रोसवैल्ट पर सवार सिपाहियों में 137 लोग नये कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त हुए, जो अमेरिकी सैनिकों में सभी पुष्टों का दस प्रतिशत भाग है. लेकिन अमेरिकी सरकार ने इसका दोष कप्तान ब्रेट क्रोजियर के सिर पर मढा. पढ़ें पूरी खबर...

america fires captain of roosevelt aircraft
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Published : Apr 6, 2020, 12:10 AM IST

बीजिंग : अमेरिकी सरकार ने तीन अप्रैल को परमाणु ऊर्जा संचालित विमान वाहक रोसवैल्ट के कप्तान ब्रेट क्रोजियर को बर्खास्त कर दिया. इससे पहले उन्होंने सरकार को पत्र भेजकर जहाज में नए कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव से सिपाहियों को लैंड करवाकर चिकित्सा पृथक करने की मांग की.

रिपोर्ट है कि विमान वाहक रोसवैल्ट पर सवार सिपाहियों में 137 लोग नये कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त हुए, जो अमेरिकी सैनिकों में सभी पुष्टों का दस प्रतिशत भाग है. लेकिन अमेरिकी सरकार ने इसका दोष कप्तान ब्रेट क्रोजियर के सिर पर मढा.

महामारी फैलने की रोकथाम में अमेरिकी सरकार की कमजोरी दिखने लगी है. अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए अमेरिकी सरकार ने डॉक्टर हेलन चू की चेतावनी को नजरअंदाज किया और जिम्मेदारी दूसरों पर थोपने की कोशिश की.

अमेरिकी सरकार ने जान बचाने के बजाए हितों की रक्षा पर महत्व दिया है, इसलिए वह जी-जान से महामारी की रोकथाम में शक्तियों को केंद्रित नहीं कर सका.

अमेरिकी सरकार में नौकरशाही की आदतों से महामारी की रोकथाम में देरी की गई है. आशा है कि अमेरिकी अधिकारी लोगों की जान और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएंगे.

बीजिंग : अमेरिकी सरकार ने तीन अप्रैल को परमाणु ऊर्जा संचालित विमान वाहक रोसवैल्ट के कप्तान ब्रेट क्रोजियर को बर्खास्त कर दिया. इससे पहले उन्होंने सरकार को पत्र भेजकर जहाज में नए कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव से सिपाहियों को लैंड करवाकर चिकित्सा पृथक करने की मांग की.

रिपोर्ट है कि विमान वाहक रोसवैल्ट पर सवार सिपाहियों में 137 लोग नये कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त हुए, जो अमेरिकी सैनिकों में सभी पुष्टों का दस प्रतिशत भाग है. लेकिन अमेरिकी सरकार ने इसका दोष कप्तान ब्रेट क्रोजियर के सिर पर मढा.

महामारी फैलने की रोकथाम में अमेरिकी सरकार की कमजोरी दिखने लगी है. अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए अमेरिकी सरकार ने डॉक्टर हेलन चू की चेतावनी को नजरअंदाज किया और जिम्मेदारी दूसरों पर थोपने की कोशिश की.

अमेरिकी सरकार ने जान बचाने के बजाए हितों की रक्षा पर महत्व दिया है, इसलिए वह जी-जान से महामारी की रोकथाम में शक्तियों को केंद्रित नहीं कर सका.

अमेरिकी सरकार में नौकरशाही की आदतों से महामारी की रोकथाम में देरी की गई है. आशा है कि अमेरिकी अधिकारी लोगों की जान और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएंगे.

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