वाशिंगटन : अमेरिका के मिशिगन विनिर्माण संयंत्र से कोरोना वायरस के टीके की पहली खेप ले जाने के लिए रविवार को ट्रक तैयार खड़े हैं. जानलेवा संक्रमण से बचाव के टीकों की खुराक शाम तक राज्यों में पहुंचने की उम्मीद है. ये टीके देश में महामारी का प्रकोप रोकने के लिए अहम है.
अमेरिका के इतिहास में महामारी के खिलाफ सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होगा. इस महामारी ने दुनियाभर में 16 लाख लोगों की जान ले ली है और 7.1 करोड़ लोगों को बीमार किया है.
शुरूआत में टीके की करीब 30 लाख खुराकें भेजी जाने की उम्मीद है और स्वास्थ्य कर्मी तथा नर्सिंग होम के कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी.
अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी जारी है और अब तक तीन लाख से ज्यादा अमेरिकियों की मौत हो चुकी है.
संघीय अधिकारियों ने बताया कि फाइजर के टीके की पहली खेप सोमवार तक 145 वितरण केंद्रों तक पहुंच जाएगी. वहीं अतिरिक्त 425 केंद्र पर यह टीका मंगलवार और बचे हुए 66 केंद्रों पर बुधवार तक पहुंच जाएगा.
यह टीका फाइजर ने अपनी जर्मन साझेदार बायोएनटेक के साथ विकसित किया है. इसे प्रत्येक राज्य की वयस्क आबादी के आधार पर दिया जाएगा.
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इस टीके को काफी कम तापमान यानि के शून्य से करीब 94 डिग्री सेल्सियस नीचे पर रखा जा रहा है. इसके लिए फाइजर ड्राइ आइस से लैस कंटेनर और जीपीएस सेंसर का इस्तेमाल कर रहा है.
संघीय अधिकारियों ने बताया कि तीन हफ्ते में यह टीका स्थानीय दवाइयों की दुकानों पर उपलब्ध होगा.
अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने शुक्रवार को अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसकी जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में देश में इस्तेमाल करने को मंजूरी दे दी है.