जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर चयनित होने के लिए भारत, केन्या, आयरलैंड, मेक्सिको और नॉर्वे को बधाई दी. उन्होंने अंतराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा कायम रखने में सामूहिक बहुपक्षीय कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ कार्य करने की प्रतिज्ञा ली.
भारत ने सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट पर हुए चुनाव में बुधवार को जबर्दस्त जीत हासिल की थी.
भारत के साथ ही नर्वे, आयरलैंड और मेक्सिको भी अस्थायी सदस्य के तौर पर दो साल के लिए सुरक्षा परिषद में शामिल हुए हैं जिनका कार्यकाल एक जनवरी, 2021 से शुरू होगा.
राष्ट्रपति रामफोसा ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका का दो साल का कार्यकाल 31 दिसंबर 2020 को समाप्त होगा लेकिन हम सुरक्षा परिषद के मौजूदा एवं नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ करीब से काम करना जारी रखेंगे ताकि अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने के लिए सामूहिक बहुपक्षीय कार्रवाई सुनिश्चित हो सके.
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उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका चुने गए सदस्यों के सुरक्षा परिषद में सफल कार्यकाल की कामना करता है और क्षेत्रीय एवं वैश्विक संघर्षों को सुलझाने, संघर्ष के मूल कारणों से निपटने और समावेशी राजनीतिक संवाद को प्रोत्साहित करने तथा संयुक्त राष्ट्र चार्टर एवं अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने समर्थन का आश्वासन देता है.
रामफोसा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका एकपक्षवाद के उभार और अंतरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था पर इसके खतरे को लेकर चिंतित है.
राष्ट्रपति ने कहा कि इसलिए दक्षिण अफ्रीका संयुक् राष्ट्र चार्टर की केंद्रीय भूमिका और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के मुद्दों पर यूएनएससी की प्रमुखता का फिर से समर्थन करता है.