रबात/कोलंबो/नई दिल्ली: मोरक्को ने श्रीलंका के साथ संवेदनशील खुफिया जानकारी साझा की है, जिससे कोलंबो को नौ आत्मघाती हमलावरों और इस्लामिक स्टेट में उनके आकाओं की पहचान करने में मदद मिली है. नई दिल्ली और मोरक्को के बीच एक मजबूत और बहुआयामी समझौते के चलते यह जानकारी भारत के साथ भी साझा की गई.
ईस्टर रविवार के दिन हुए हमलों के 48 घंटों के अंदर यह जानकारी साझा की गई है.
इस्लामिक स्टेट ने मंगलवार को श्रीलंका में हुए बम विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 10 भारतीय भी मारे गए हैं. प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि भारतीय दूतावास भी एक 'संभावित लक्ष्य' था.
श्रीलंकाई अधिकारियों के अनुसार, मामले में अपराधियों का 'विदेशी संपर्क' सामने आया है. उन्होंने कहा कि 'विदेशी एजेंसियों' ने उनके साथ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है.
उत्तर अफ्रीकी देश मोरक्को इस्लाम की एक उदारवादी धारा का अनुसरण करता है. मोरक्को के पास इस्लामी दुनिया में आतंकवाद से निपटने का अच्छा खासा अनुभव है.
अक्टूबर में एक साक्षात्कार में मोरक्को के सेंट्रल ब्यूरो ऑफ लीगल इन्वेस्टिगेशन (बीसीआईजे) के प्रमुख अब्देलहाक खियामे ने कहा था कि मोरक्को की सुरक्षा सेवाओं ने देश में '183 आतंकवादी समूहों' को नष्ट कर दिया है, जो कि '361 भयानक आतंकवादी हमलों' की साजिश रच रहे थे.
पिछले एक दशक में मोरक्को के अधिकारियों ने 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 292 लोगों का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है.
आतंकवाद रोधी सहयोग पर भारत और मोरक्को के बीच एक मजबूत और बहुआयामी समझौता है.
पिछले साल नई दिल्ली की यात्रा के दौरान मोरक्को के न्याय मंत्री मोहम्मद औजार ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि 'मोरक्को के पास आतंकवाद से निपटने का एक अच्छा खासा अनुभव है, जिसका लोहा पूरी दुनिया मानती है. हमारे पास आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रमुख देशों के साथ द्विपक्षीय कानूनी बंदोबस्त सहित आतंकवाद रोधी सहयोग है. भारत के साथ संबंधों और आपसी हित में विस्तार को देखते हुए, हमने दिल्ली के साथ इन संधियों पर हस्ताक्षर करने का निर्णय लिया, जिससे हमारी आतंकवाद-रोधी साझेदारी अगले स्तर पर पहुंच गई.'
मंत्री ने आगे कहा था, 'राजा मोहम्मद 6ठे के विचारों में इस्लाम आतंकवाद के खिलाफ है और जिहाद की गलत व्याख्या की जा रही है. हमें गरीबी के खिलाफ जिहाद करना होगा.'
मोरक्को ने फ्रांस, स्पेन और बेल्जियम जैसे 'मित्र देशों' के साथ अतीत में महत्वपूर्ण खुफिया और आतंकवाद-रोधी जानकारी साझा की है। भारत के साथ मोरक्को के संबंधों में काफी सुधार आया है. इसी का नतीजा है कि पिछले साल में दोनों देशों के बीच 10 मंत्रिस्तरीय दौरे हुए थे.
(आईएएनएस इनपुट)