बेनगाजी : लीबिया के शक्तिशाली जनरल खलीफा हफ्तार की सेना ने रूस और तुर्की के आग्रह के बाद रविवार आधी रात से संघर्ष विराम की घोषणा की.
सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर विपक्षी गुट किसी भी तरह से संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हैं तो उसका जवाब दिया जाएगा.
बलों का इशारा संयुक्त राष्ट्र मान्यता प्राप्त नेशनल अकॉर्ड (जीएनए) सरकार की ओर था. इसका नेतृत्व फयेज अल-सरराज कर रहे हैं, और हफ्तार की सेना राजधानी पर कब्जा करने के लिए जीएनए से अप्रैल से संघर्ष कर रही है.
नेशनल अकॉर्ड लीबिया के लिए एक अंतरिम सरकार है, जिसे लीबिया राजनीतिक समझौते की शर्तों के तहत बनाया गया था, जो संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली एक पहल थी.
17 दिसंबर 2015 को हस्ताक्षरित इस समझौते का सर्वसम्मति से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा समर्थन किया गया था, जिसने लीबिया के लिए एक राष्ट्रपति परिषद के गठन का स्वागत किया और लीबिया में एकमात्र वैध कार्यकारी प्राधिकरण के रूप में राष्ट्रीय समझौते की सरकार को मान्यता दी.
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31 दिसंबर 2015 को लीबिया के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष, अगुइला सालेह इस्सा ने लीबिया राजनीतिक समझौते के लिए अपना समर्थन घोषित किया.
बता दें कि नेशनल अकॉर्ड की सरकार में 17 मंत्री हैं और इसका नेतृत्व प्रधान मंत्री फैज अल-सरराज करते हैं.