कोलकाता: निर्देशक सुमन घोष की फिल्म 'द स्कैवेंजर ऑफ ड्रीम्स' को इस महीने के अंत में मुंबई फिल्म फेस्टिवल (एमएएमआई) में प्रदर्शित किया जाएगा. 'द स्कैवेंजर ऑफ ड्रीम्स' को बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया था.
फिल्म निर्माता ने सोमवार को कहा, फिल्म 'फोकस साउथ एशिया सेक्शन' में है. 'द स्कैवेंजर ऑफ ड्रीम्स' टीम ने पिछले हफ्ते बुसान में रेड कार्पेट पर कदम रखा था, जिसमें कलाकार शार्दुल भारद्वाज, सुदीप्त चक्रवर्ती, रवि किरण अय्यागरी और एंजेलिका मोनिका भौमिक शामिल थे. बुसान कार्यक्रम 4 से 13 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है.
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After our world premier at the Busan International Festival ‘The Scavenger of Dreams’ is selected for its South Asia premier at MAMI (Mumbai Film Festival) later this month. We are in the Focus South Asia section. We feel honored to be amongst this line up. 🙏🏼 @MumbaiFilmFest pic.twitter.com/lIRrfqxXdI
— suman ghosh (@SumanGhosh1530) October 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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फिल्म के निर्देशक ने फेसबुक पर कहा, 'इस साल समूचे दक्षिण एशिया का प्रतिनिधित्व करने वाली बेहतरीन फिल्मों की सूची में शामिल होने के लिए एमएएमआई प्रोग्रामर्स को विशेष बधाई. हम इस लाइनअप में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं.' MAMI फिल्म महोत्सव 27 अक्टूबर से 5 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा.घोष ने पहले कहा था, 'मैं अपनी फिल्म मृणाल सेन को समर्पित करूंगा क्योंकि यह उनकी 100वीं जन्मशती है. मुझे लगता है कि सबाल्टर्न क्लास उनकी फिल्मों में बहुत प्रभावी ढंग से सामने आया.'
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Busan memories…with our film ‘The Scavenger of Dreams’. pic.twitter.com/sd4Y1pGSTj
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घोष ने यह याद करते हुए कि कैसे सेन ने अपने कामों में सिनेमाई शैली और भाषा के साथ प्रयोग किया था. उन्होंने कहा, 'हमने केवल दो अभिनेताओं (सुदीप्त चक्रवर्ती और शार्दुल भारद्वई) और ज्यादातर गैर-पेशेवर कलाकारों के साथ भी शूटिंग की.' फिल्म एक दलित जोड़े बिरजू और शोना और उनकी बेटी के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक झुग्गी में रहते हैं. फिल्म की कहानी कचरा बीनने वालों के जीवन पर आधारित है, जो गंदगी से भरे अपने स्थानों से शहर के ऊंचे इलाकों में जाते हैं. फिल्म की सेटिंग कोलकाता है.