मुंबई: रश्मिका मंदाना हाल ही में साइबर क्राइम का शिकार हो गईं थीं. उनका एक एआई-जनरेटेड डीपफेक वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. रश्मिका के कई दोस्त और सेलेब्स उनके समर्थन में सामने आए हैं, जिसकी शुरुआत अमिताभ बच्चन से हुई. वहीं, मृणाल ठाकुर, नागा चैतन्य और सिंगर चिन्मयी श्रीपदा ने इस घटना पर रश्मिका मंदाना का समर्थन किया था. 'प्यार का पंचनामा' की एक्ट्रेस सोनाली सहगल अपनी आवाज उठाने वाली नई सेलिब्रिटी हैं.
सोनाली सहगल ने एक इंटरव्यू में बताया कि यह घटना डरावनी है. इस दौरान एक्ट्रेस से पूछा गया कि वह एआई के आने और डीपफेक वीडियो के डर के बारे में क्या सोचती हैं. इस सवाल का जवाब देते हुए बताया, 'ओह माय गॉड, यह डरावना है. बहुत, बहुत डरावना. बेशक, हम सभी ने इसे अतीत में चित्रों के साथ देखा है. यह हमेशा डिबेट का मुद्दा रहा है, लेकिन यह बिल्कुल सच है. मेरा मतलब है कि इलीगल है. इसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.'
एक्ट्रेस ने बताया, 'एक लड़की के रूप में, एक इंसान के रूप में, मैं सुरक्षित महसूस नहीं करती क्योंकि इसका मतलब है कि जो कुछ भी ऑनलाइन उपलब्ध है उसके साथ कुछ भी किया जा सकता है. हमारे जीवन का बहुत सारा हिस्सा वहीं पर है इंटरनेट, चाहे वह सोशल मीडिया हो, गूगल हो, या हमारा फोन हो. यह एक ऐसी चीज है जिससे हम बच नहीं सकते. यह वह तरीका है जिससे हम काम करते हैं, जिसका मतलब है, अगर यह वहां है, तो किसी को जिम्मेदारी लेनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि हम हैं इस तरह के अपराधों से सुरक्षित कैसे रहे.'
डीपफेक वीडियो के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने खुलासा किया है कि वह भी डीपफेक की शिकार हो चुकी हैं. उन्होंने बताया, 'हां, ऐसा मेरे साथ भी पहले हो चुका है. लेकिन वीडियो में नहीं, बल्कि तस्वीरों के रूप में. यह सच सामने आने के बाद मैं डर गई थी. यह बहुत, बहुत डरावना था. दरअसल, मेरी मां ने इसे मेरे सामने लाया. मेरी मां बहुत भोली-भाली हैं और कम से कम उस समय जब यह नया भी था, उन्हें समझ नहीं आया. इस घटना का असर उन पर पड़ा. उन्होंने कहा कि ये कौन सी तस्वीरें हैं? मैं ऐसी हो गई जैसे कि वो मां नहीं हैं. इसलिए यह बहुत बुरा है और डरावना भी.'
सोनाली ने बताया, 'ये मुझे गुस्सा दिलाता है. यह पूरी तरह से गैरकानूनी है और सिर्फ इसलिए कि वे फेसलेस लोग हैं. तो हां, यह निराशाजनक है और कभी-कभी, हम इसे अनदेखा कर सकते हैं या हमें करना होगा. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. कभी-कभी माता-पिता नहीं जानते कि वे इससे अधिक परेशान हो जाते हैं कि शायद वे इसकी जटिलताओं को नहीं समझते हैं, लेकिन हां, यह उन पर प्रभाव डालता है.'