ETV Bharat / entertainment

Mahima Chaudhry Breast Cancer: स्तन कैंसर से जंग के दौरान संजय दत्त और मार्टिना नवरातिलोवा से प्रेरित हुई- महिमा चौधरी

विश्व कैंसर दिवस पर इंदौर में एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम में बॉलीवुड एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने शिरकत की, जिसमें उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर के दौरान वह बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त और अमेरिकन टेनिस महिला खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा के जज्बे से प्रेरित हुई थीं.

Mahima Chaudhry, Sanjay Dutt and Martina Navratilova
महिमा चौधरी, संजय दत्त और मार्टिना नवरातिलोवा
author img

By

Published : Feb 5, 2023, 7:30 AM IST

इंदौर: बॉलीवुड एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने शनिवार (4 फरवरी) को कहा कि वह कैंसर से अपनी जंग के दौरान अभिनेता संजय दत्त और टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा के उस जज्बे से प्रेरित हुईं, जिसके दम पर दोनों हस्तियां इस बीमारी से लड़ने के बावजूद अपने नियमित पेशे में सक्रिय रहीं. महिमा चौधरी ने विश्व कैंसर दिवस पर इंदौर में एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मैं बिस्तर पर आराम के दौरान संजय दत्त को अचरज भरी निगाहों से देखते हुए सोचती थी कि कितनी कमाल की बात है कि वह कैंसर से जंग के दौरान जगह-जगह जा रहे हैं, फिल्मों की शूटिंग में शामिल हो रहे हैं और हिट फिल्में भी दे रहे हैं.'

महिमा चौधरी ने बताया कि कैंसर से लड़ने के दौरान उन्होंने पढ़ा था कि मार्टिना नवरातिलोवा ने स्तर कैंसर की सर्जरी के महज दो हफ्ते बाद एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हुए टेनिस कोर्ट पर वापसी की थी. चौधरी (49) ने सुभाष घई की फिल्म 'परदेस' (1997) से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा, 'मैं दत्त और नवरातिलोवा की इन कहानियों से प्रेरित हुई और मैंने सोचा कि जब ये लोग कैंसर से जंग के दौरान खुद को मजबूत रखकर अपने नियमित पेशे में सक्रिय रह सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं रह सकती? फिर मैंने ठान लिया कि मुझे भी इसी जज्बे को अपनाना है.' उन्होंने कहा कि कैंसर को लेकर समाज में अब कोई वर्जना नहीं है और आजकल कैंसर के किसी मरीज की मदद के लिए वे लोग भी उनके साथ खड़े हो जाते हैं, जो उसके दोस्त तक नहीं हैं.

महिमा चौधरी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है. खासकर हमारी फिल्मों में भी पहले दिखाया जाता था कि कैंसर पीड़ित मरीज की हमेशा मौत हो जाती है. यह हौवा हमारे दिमाग में बैठा हुआ है, लेकिन तब के मुकाबले अब कैंसर का इलाज बहुत अच्छा है. एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि वह स्तन कैंसर की मरीज हैं, तो उन्होंने यह बात अपने माता-पिता को नहीं बताई, लेकिन इस बीमारी से जंग के दौरान उन्हें उनकी बेटी, दोस्तों और निजी कर्मचारियों का पूरा सहयोग मिला. महिमा चौधरी ने कहा, 'मैं अपने माता-पिता के साथ रहती हूं. मेरी मां उनके स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन साल से संघर्ष कर रही हैं और मेरे पिता की उम्र 82 साल है. इसे देखते हुए मैंने अपने कैंसर की इलाज की बात उन्हें नहीं बताई क्योंकि मुझे लगता था कि यह जानकर दोनों घबरा जाएंगे.'

(पीटीआई भाषा)
यह भी पढ़ें: 6 साल बाद बॉलीवुड में लौंटी महिमा चौधरी, कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी से सामने आया फर्स्ट लुक

इंदौर: बॉलीवुड एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने शनिवार (4 फरवरी) को कहा कि वह कैंसर से अपनी जंग के दौरान अभिनेता संजय दत्त और टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा के उस जज्बे से प्रेरित हुईं, जिसके दम पर दोनों हस्तियां इस बीमारी से लड़ने के बावजूद अपने नियमित पेशे में सक्रिय रहीं. महिमा चौधरी ने विश्व कैंसर दिवस पर इंदौर में एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मैं बिस्तर पर आराम के दौरान संजय दत्त को अचरज भरी निगाहों से देखते हुए सोचती थी कि कितनी कमाल की बात है कि वह कैंसर से जंग के दौरान जगह-जगह जा रहे हैं, फिल्मों की शूटिंग में शामिल हो रहे हैं और हिट फिल्में भी दे रहे हैं.'

महिमा चौधरी ने बताया कि कैंसर से लड़ने के दौरान उन्होंने पढ़ा था कि मार्टिना नवरातिलोवा ने स्तर कैंसर की सर्जरी के महज दो हफ्ते बाद एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हुए टेनिस कोर्ट पर वापसी की थी. चौधरी (49) ने सुभाष घई की फिल्म 'परदेस' (1997) से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा, 'मैं दत्त और नवरातिलोवा की इन कहानियों से प्रेरित हुई और मैंने सोचा कि जब ये लोग कैंसर से जंग के दौरान खुद को मजबूत रखकर अपने नियमित पेशे में सक्रिय रह सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं रह सकती? फिर मैंने ठान लिया कि मुझे भी इसी जज्बे को अपनाना है.' उन्होंने कहा कि कैंसर को लेकर समाज में अब कोई वर्जना नहीं है और आजकल कैंसर के किसी मरीज की मदद के लिए वे लोग भी उनके साथ खड़े हो जाते हैं, जो उसके दोस्त तक नहीं हैं.

महिमा चौधरी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है. खासकर हमारी फिल्मों में भी पहले दिखाया जाता था कि कैंसर पीड़ित मरीज की हमेशा मौत हो जाती है. यह हौवा हमारे दिमाग में बैठा हुआ है, लेकिन तब के मुकाबले अब कैंसर का इलाज बहुत अच्छा है. एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि वह स्तन कैंसर की मरीज हैं, तो उन्होंने यह बात अपने माता-पिता को नहीं बताई, लेकिन इस बीमारी से जंग के दौरान उन्हें उनकी बेटी, दोस्तों और निजी कर्मचारियों का पूरा सहयोग मिला. महिमा चौधरी ने कहा, 'मैं अपने माता-पिता के साथ रहती हूं. मेरी मां उनके स्वास्थ्य को लेकर दो-तीन साल से संघर्ष कर रही हैं और मेरे पिता की उम्र 82 साल है. इसे देखते हुए मैंने अपने कैंसर की इलाज की बात उन्हें नहीं बताई क्योंकि मुझे लगता था कि यह जानकर दोनों घबरा जाएंगे.'

(पीटीआई भाषा)
यह भी पढ़ें: 6 साल बाद बॉलीवुड में लौंटी महिमा चौधरी, कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी से सामने आया फर्स्ट लुक

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.