हैदराबाद: ईडी के अधिकारियों ने गुरुवार को पूरे दिन फिल्म निर्देशक पुरी जगन्नाथ और अभिनेत्री से निर्माता बनीं चार्मी कौर से पूछताछ की. उनसे विजय देवरकोंडा-स्टारर अगस्त में रिलीज फिल्म 'लाइगर' में निवेश गए धन के स्रोत के बारे में पूछताछ की गई. फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के संदिग्ध उल्लंघन के मद्देनजर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) हिंदी-तेलुगू फिल्म 'लाइगर' के पैसे के लेन-देन की जांच कर रहा है.
बता दें कि लगभग 125 करोड़ रुपये के बजट के साथ निर्मित की गई इस फिल्म में अमेरिकी मुक्केबाज माइक टायसन ने भी भूमिका निभाई है. विजया देवरकोंडा और अनन्या पांडे की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म की मेगा शूटिंग लॉस वेगास में हुई थी. फिल्म बॉक्स-ऑफिस खास परफॉर्म नहीं कर सकी. कांग्रेस नेता बक्का जुडसन द्वारा फिल्म में संदिग्ध तरीकों से निवेश किए जाने की शिकायत दर्ज कराने के बाद ईडी ने मामले की जांच शुरू की.
वहीं, पूछताछ के दौरान पुरी जगन्नाथ और चार्मी कौर गुरुवार को 12 घंटे से अधिक समय तक ऑफिस में रहे. 15 दिन पहले उन्हें नोटिस जारी किया गया था. बक्का जुडसन ने शिकायत की थी कि राजनेताओं ने भी फिल्म में पैसा लगाया है. उन्होंने दावा किया कि निवेशकों को अपने काले धन को सफेद करने का यह सबसे आसान तरीका लगा. इस बीच जांच एजेंसी को शक है कि कई कंपनियों ने फिल्म निर्माताओं के खातों में पैसे डाले हैं. ईडी ने उन लोगों का विवरण देने का देने को कहा, जिन्होंने पैसे भेजे थे.
माइक टायसन और अन्य विदेशी अभिनेताओं के भुगतान के बारे में भी पूछताछ की गई. यह दूसरी बार है जब पुरी जगन्नाथ और चार्मी कौर ईडी के सामने पेश हुए हैं. पिछले साल एजेंसी ने उनसे कथित रूप से मशहूर हस्तियों से जुड़े ड्रग मामले में पैसे के आरोपों के संबंध में पूछताछ की थी. इससे पहले राज्य मद्यनिषेध एवं आबकारी विभाग की विशेष जांच टीम ने भी 2017 में पूछताछ की थी.