नई दिल्ली/नोएडाः थाना-फेस 3 पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के आरोप में साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 में तैनात कांस्टेबल सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी कांस्टेबल नितिन चौधरी गाजियाबाद निवासी है. उसके साथ में सोनू भी गाजियाबाद का रहने वाला है. दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
आरोपियों ने मांगे थे सात लाख रुपये बता दें कि इस मामले में साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 के एक सब इंस्पेक्टर और चार कांस्टेबल अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश करने में लगी हुई है. थाना फेस-थर्ड पर माजू चौहान नाम के शख्स द्वारा थाने पर तहरीर दी गई कि 10 फरवरी को उनके कंपनी में सेक्टर-65 से एक टीम सादे कपड़ों में आई. वह खुद को साइबर थाने के पुलिस वाले बता रहे थे. वे कंपनी के वसीम, सोहेल और परवेज को पकड़कर साथ ले गए. उन्हें छुड़ाने के एवज में 7 लाख रुपये मांगे थे, बाद में 5 लाख रुपये में सौदा बना और 2 लाख रुपये उसी दिन लेकर तीनों को छोड़ा था. 3 लाख बाद में लगातार मांग रहे थे. पैसों का इंतजाम नहीं हो पाया, तो कम करने को कहा, तो वे एक लाख रुपये पर तैयार हो गए. पीड़ित की दी हुई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जहां नितिन चौधरी और सोनू को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, इस मामले में अभी सब इंस्पेक्टर चेतन प्रकाश, कांस्टेबल सुमित पावला, कांस्टेबल सुमित शर्मा, कांस्टेबल अतुल और कांस्टेबल सुमित मंडार अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
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आरोपियों की तलाश की जा रही
डीसीपी सेंट्रल ज़ोन हरीश चंदर ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 342, 386 और 383 आईपीसी और धारा 7 भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत थाना फेस थर्ड पर मुकदमा दर्ज किया गया है. फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीम बनाकर तलाश की जा रही है. जल्द शेष की गिरफ्तारी कर ली जाएगी. मामले की जांच जारी है.