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कमला मार्किट थाना क्षेत्र में मिले अज्ञात लाश की हुई शिनाख्त, तीन आरोपी गिरफ्तार

सेंट्रल दिल्ली के कमला मार्किट थाने में बोरे में मिले अज्ञात लाश की शिनाख्त पुलिस ने कर ली है. इसको लेकर पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है.

arrested accused
गिरफ्तार आरोपी
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Published : Mar 14, 2021, 2:17 AM IST

नई दिल्ली: कमला मार्किट थाना इलाके में एक 5 फरवरी को बोरे में बंद अज्ञात लाश के राज का खुलासा हुआ है. मृतक की पहचान पूदन लाल के रूप में हुई है. यह यूपी के बस्ती का रहने वाला है. यहां रिक्शा चलाने का काम करता था. पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

अज्ञात लाश की हुई शिनाख्त
सीसीटीवी से मिला सुराग
मध्य जिला उपायुक्त ने दो अलग-अलग टीमों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी. एसीपी ऑपरेशन ओमप्रकाश लेखवाल की देखरेख में एक टीम स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर ललित कुमार, सब इंस्पेक्टर प्रदीप, एएसआई योगेंदर, बलजीत, हवलदार योगेंदर गिरी, आदेश, राकेश, सिपाही अमित, तरुण, अनिल, पंकज और संदीप की बनाई गई. वहीं, दूसरी टीम का संचालन कमला मार्किट एसीपी कुमार अभिषेक ने किया. इसमें थाना इंचार्ज लेखराज सिंह, इंस्पेक्टर जगदीप मलिक, सब इंस्पेक्टर गिरिराज, हवलदार अनिल, नरेश, सिपाही प्रदीप, मनोज, रतन लाल और महिला सिपाही पूजा शामिल थे. जांच में पता चला कि पूदन लाल आसफ अली रोड पर बने पुलिस भवन के सामने सोने आता था. पुलिस ने वहां से लेकर लाश मिलने के ठिकाने तक लगे सीसीटीवी की फुटेज निकलवा कर जांच की. सिपाही अमित को एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से सुराग मिला. इसमें दो लड़के बैटरी रिक्शा में प्लास्टिक का बैग गिराते हुए नज़र आ रहे हैं. पुलिस ने आसपास इलाके में चलने वाले हज़ारों बैटरी रिक्शा को जांचा. उनमें से एक बैटरी रिक्शा का पता चल गया, जिसे होशियार सिंह उर्फ़ मुस्ताक चलाता था. पुलिस टीम ने इलाहाबाद में छापा मारकर मुस्ताक को पकड़ लिया. मुस्ताक की गिरफ्तारी के बाद दीपक नाम के आरोपी को सुलभ शौचालय से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद इस हत्या का मुख्य आरोपी एजाज दिल्ली के रामलीला मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया.


पैसों को लेकर की हत्या
पुलिस की पूछताछ में एजाज ने हत्या की बात कबूलते हुए बताया कि वह बतौर सुलभ शौचालय का कार्यवाहक है. पूदन लाल से उसने अपने जमा 20 हज़ार रूपये मांगे थे.उसे अपनी पत्नी के इलाज के लिए रुपयों की सख्त जरूरत थी. पैसों को लेकर झगड़ा बढ़ता चला गया. पूदनलाल गाली-गलौच करने लगा. एजाज ने पूदन लाल के पीछे मुड़ते ही उसके गले में रस्सी डाली और गला घोट कर उसकी हत्या दी. हत्या के बाद उसका शव शौचालय में ही छुपा दिया. 4 फरवरी को दीपक शौचालय में सफाई के लिया आया, तो उसे बदबू आई, उसने एजाज को सूचना दी. एजाज ने दीपक को बता दिया कि उसने पूदन लाल की 3-4 दिन पहले हत्या करके, उसका शव शौचालय में छुपा कर ताला लगा दिया था. एजाज ने दीपक को धमकी दी कि शव ठिकाने लगाने में मदद करे, वरना हत्या के झूठे मामले में फंसवा देगा. दोनों ने मिलकर शव को कंबल में लपेटा और प्लास्टिक के बैग में डाल दिया. इसके बाद एजाज ने मुस्ताक से संपर्क किया. उसकी बैटरी रिक्शा में पूदन लाल की लाश को लादकर रात लगभग 10:15 बजे कमला मार्किट गोल चक्कर के पास फेंक दिया.

मामला सुलझाने में लगा एक महीने से अधिक का समय
इस हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को एक महीने से ऊपर का वक्त लगा. पुलिस को हत्या के आरोपी तक पहुंचने के लिए हज़ारों बैटरी रिक्शा को सीसीटीवी में देखना पड़ा, उनका मिलान वारदात में शामिल बैटरी रिक्शा से करना पड़ा. आखिरकार पुलिस ने हत्या के आरोपियों को ढूंढ निकाला.

नई दिल्ली: कमला मार्किट थाना इलाके में एक 5 फरवरी को बोरे में बंद अज्ञात लाश के राज का खुलासा हुआ है. मृतक की पहचान पूदन लाल के रूप में हुई है. यह यूपी के बस्ती का रहने वाला है. यहां रिक्शा चलाने का काम करता था. पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

अज्ञात लाश की हुई शिनाख्त
सीसीटीवी से मिला सुराग
मध्य जिला उपायुक्त ने दो अलग-अलग टीमों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी. एसीपी ऑपरेशन ओमप्रकाश लेखवाल की देखरेख में एक टीम स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर ललित कुमार, सब इंस्पेक्टर प्रदीप, एएसआई योगेंदर, बलजीत, हवलदार योगेंदर गिरी, आदेश, राकेश, सिपाही अमित, तरुण, अनिल, पंकज और संदीप की बनाई गई. वहीं, दूसरी टीम का संचालन कमला मार्किट एसीपी कुमार अभिषेक ने किया. इसमें थाना इंचार्ज लेखराज सिंह, इंस्पेक्टर जगदीप मलिक, सब इंस्पेक्टर गिरिराज, हवलदार अनिल, नरेश, सिपाही प्रदीप, मनोज, रतन लाल और महिला सिपाही पूजा शामिल थे. जांच में पता चला कि पूदन लाल आसफ अली रोड पर बने पुलिस भवन के सामने सोने आता था. पुलिस ने वहां से लेकर लाश मिलने के ठिकाने तक लगे सीसीटीवी की फुटेज निकलवा कर जांच की. सिपाही अमित को एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से सुराग मिला. इसमें दो लड़के बैटरी रिक्शा में प्लास्टिक का बैग गिराते हुए नज़र आ रहे हैं. पुलिस ने आसपास इलाके में चलने वाले हज़ारों बैटरी रिक्शा को जांचा. उनमें से एक बैटरी रिक्शा का पता चल गया, जिसे होशियार सिंह उर्फ़ मुस्ताक चलाता था. पुलिस टीम ने इलाहाबाद में छापा मारकर मुस्ताक को पकड़ लिया. मुस्ताक की गिरफ्तारी के बाद दीपक नाम के आरोपी को सुलभ शौचालय से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद इस हत्या का मुख्य आरोपी एजाज दिल्ली के रामलीला मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया.


पैसों को लेकर की हत्या
पुलिस की पूछताछ में एजाज ने हत्या की बात कबूलते हुए बताया कि वह बतौर सुलभ शौचालय का कार्यवाहक है. पूदन लाल से उसने अपने जमा 20 हज़ार रूपये मांगे थे.उसे अपनी पत्नी के इलाज के लिए रुपयों की सख्त जरूरत थी. पैसों को लेकर झगड़ा बढ़ता चला गया. पूदनलाल गाली-गलौच करने लगा. एजाज ने पूदन लाल के पीछे मुड़ते ही उसके गले में रस्सी डाली और गला घोट कर उसकी हत्या दी. हत्या के बाद उसका शव शौचालय में ही छुपा दिया. 4 फरवरी को दीपक शौचालय में सफाई के लिया आया, तो उसे बदबू आई, उसने एजाज को सूचना दी. एजाज ने दीपक को बता दिया कि उसने पूदन लाल की 3-4 दिन पहले हत्या करके, उसका शव शौचालय में छुपा कर ताला लगा दिया था. एजाज ने दीपक को धमकी दी कि शव ठिकाने लगाने में मदद करे, वरना हत्या के झूठे मामले में फंसवा देगा. दोनों ने मिलकर शव को कंबल में लपेटा और प्लास्टिक के बैग में डाल दिया. इसके बाद एजाज ने मुस्ताक से संपर्क किया. उसकी बैटरी रिक्शा में पूदन लाल की लाश को लादकर रात लगभग 10:15 बजे कमला मार्किट गोल चक्कर के पास फेंक दिया.

मामला सुलझाने में लगा एक महीने से अधिक का समय
इस हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को एक महीने से ऊपर का वक्त लगा. पुलिस को हत्या के आरोपी तक पहुंचने के लिए हज़ारों बैटरी रिक्शा को सीसीटीवी में देखना पड़ा, उनका मिलान वारदात में शामिल बैटरी रिक्शा से करना पड़ा. आखिरकार पुलिस ने हत्या के आरोपियों को ढूंढ निकाला.

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