नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय मंत्री के बीच 11 वें दौर की वार्ता खत्म हो गई है. 11वीं दौर की वार्ता बेनतीजा रही और सरकार ने किसानों के पाले में गेंद डालते हुए कहा कि जो उनकी तरफ से प्रस्ताव दिया गया था उस पर किसान विचार करें और सहमति बनने पर किसान से बातचीत कर सकते हैं. सरकार ने अगली वार्ता के लिए कोई भी तारीख तय नहीं की है. ऐसे में साफ संकेत है कि सरकार अब पीछे हटने वाली नहीं है. हालांकि किसानों ने कहा है कि 26 जनवरी को भारत का मान-स्वाभिमान की रक्षा किसान करेंगे और परेड में शामिल नहीं होंगे, लेकिन दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर किसान ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ परेड मनाएंगे.
भाकियू (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि लाल चटनी किसान पीछे हटने वाले नहीं है और अपनी बातों को मनवाकर ही वापस जाएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसान 26 जनवरी की परेड में शामिल नहीं होंगे ताकि भारत के मान स्वाभिमान को ठेस ना पहुंचे लेकिन किसान दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर ट्राली लेकर परेड जरूर करेगा. सरकार के तानाशाह रवैया के आगे किसान झुकने वाले नहीं हैं.
ये भी पढ़ें- ट्रैक्टर परेड: किसान बोले- पुलिस ने रोका तो बैरिकेडिंग पर भारी पड़ेंगे ट्रैक्टर
'न बॉर्डर छोड़ेंगे, न आंदोलन खत्म करेंगे'
किसान पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ना तो आंदोलन खत्म हो रहे हो ना किसान चिल्ला बॉर्डर छोड़कर कहीं जाएंगे. दिल्ली को जरूर करेंगे और 26 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की आउटर रिंग रोड पर परेड मनाएंगे.