नई दिल्ली/नोएडा : अगर आपसे कोई केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर ओटीपी मांग रहा है या कोई एप्लिकेशन डाउनलोड करने को बोल रहा तो सावधान हो जाइए. क्योंकि वह आपके साथ धोखाधड़ी कर रहा है. ऐसा ही एक मामला नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने पर आया. जहां पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो अंतर्राज्यीय ठग हैं. इनके द्वारा एयरटेल का मैनेजर बनकर लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का काम किया गया है. पकड़े गए आरोपियों में जनपद गिरिडीह झारखंड निवासी प्रदीप मंडल और मोनू बंसल हैं. दोनों ही आरोपी वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं. एसपी साइबर क्राइम उत्तर प्रदेश प्रोफ़ेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के संबंध में 2021 में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसकी जांच करते हुए पुलिस ने अब दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम निवासी सुबीर शंकर ने 8 जुलाई 2021 को साइबर क्राइम थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि 27 जून को मेरे मोबाइल फोन पर मैसेज आया कि आपका एयरटेल सिम एक्सपायर हो रहा है. जल्द ही केवाईसी कराइए और एक फोन आया एयरटेल कस्टमर केयर के मैनेजर का. जिसमें क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड करा कर एप्लीकेशन के माध्यम से 212967 रुपए मेरे आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से धोखाधड़ी कर निकाल लिए गए. सुबीर शंकर की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.
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प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इस तरह अभियुक्तों ने करीब 20 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी अपने साथियों के साथ मिलकर करना बताया है. आरोपी प्रदीप मंडल 2019 में जगतपुरी दिल्ली और दरियागंज थाने से जेल जा चुका है. उसका मामा प्रमोद मंडल साइबर क्राइम थाना लखनऊ से गिरफ्तार होकर वर्तमान में जेल में है. एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि अभियुक्त मोनू बंसल ने पूछताछ में बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है और कपड़ों के लेबल टैग का व्यापार करता है. व्यापार के दौरान ही करीब 2 वर्ष पूर्व प्रदीप मंडल से मुलाकात हुई. जिसने कमीशन पर क्रेडिट कार्ड में रुपए डालने का प्रलोभन दिया. इस तरह समय-समय पर हमारे क्रेडिट कार्ड में लगभग 25 लाख रुपए ट्रांसफर कराया गया है.