नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि लव जिहाद पर लाए गए अध्यादेश पर कहा कि यह राजनीतिक हथियार नहीं है. यह जनता के हितों को ध्यान में रखकर लाया गया है. समाज में फैली विसंगतियों को ध्यान में रखते हुए और लगातार ऐसे मामले देखने को मिल रहे थे जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार अध्यादेश लाई है.
'जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए लाया गया लव जिहाद'
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा की गई टिप्पणी को बेस मानते हुए सरकार अध्यादेश लाई है. कोई व्यक्ति धोखे, छल, कपट से शादी के बाद धर्म परिवर्तन कर आता है तो ऐसे में जेल और आर्थिक दंड लगाने का प्रावधान किया गया है. जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए अध्यादेश सरकार लाई है इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है.
'19 से 30 नवंबर तक की जाएगी रैपिड टेस्टिंग'
दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या का असर साफतौर पर मेरठ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में देखने को मिल रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ज्यादा टेस्टिंग के पीछे का उद्देश्य यह है कि संक्रमण को रोका जा सके. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस टीम पर ज़ोर दिया जा रहा है. होम आइसोलेशन के मरीजों का आरआरटी टीम के माध्यम से ख्याल रखा जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि बॉर्डर, रेलवे, एयरपोर्ट, बस स्टैंड पर रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की जा रही है. 19 नवंबर से 30 नवंबर तक रैपिड टेस्टिंग की जाएगी.
'AQI बढ़ने से कोविड मरीज़ की बढ़ती है तकलीफ़'
बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पराली और धूल उड़ने की समस्या की बात सामने आई है. एनजीटी की गाइडलाइन पर सभी राज्य नियमों का पालन कर रहे और जो संस्थाएं इसका उल्लंघन कर रही है उन पर कार्रवाई भी की जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि बढ़ते प्रदूषण से कोविड संक्रमितों को सांस लेने में समस्या होती है.