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SWAT टीम रिश्वत मामला: स्वाट टीम प्रभारी के घर का पता निकला फर्जी, नहीं पहुंचा नोटिस

स्वाट टीम रिश्वत मामले (swat team bribery case) में नया मोड़ सामने आया है, अब तक किसी को स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान का पता नहीं चला है. जिस पते पर नोएडा पुलिस नोटिस तामिल करने गई थी, वह पता फर्जी पाया गया. अब नोएडा पुलिस ने एक बार फिर नोटिस तमिल कराने के लिए बुधवार को लेटर जारी किया है.

swat team in-charge house address fake
swat team in-charge house address fake
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Published : Dec 9, 2021, 12:42 PM IST

Updated : Dec 20, 2021, 4:56 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्धनगर जिले में पुलिस कमिश्नर की स्वाट टीम द्वारा 25 लाख रुपए और क्रेटा कार रिश्वत में लेकर मुलजिम को छोड़ने के मामले में अब रोजाना नया मोड़ आ रहा है. स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान का पता नहीं चला है. जिस पते पर नोएडा पुलिस नोटिस तामिल करने गई थी, वह पता फर्जी पाया गया. जिसके बाद बुधवार को जांच करने वाली टीम स्वाट टीम प्रभारी के निवास को खोजने का काम कर रही है, क्योंकि पूर्व में दिए गए पते पर नोटिस देने वाले को स्वाट टीम प्रभारी का घर नहीं मिला था. बताया जा रहा है कि इस मामले में नोएडा पुलिस द्वारा जहां बर्खास्तगी और लाइन हाजिर करने की कार्रवाई ही की गई. वहीं अब गाजियाबाद पुलिस गिरफ्तार मुल्जिमों के मुकदमे की विवेचना करते हुए स्वाट टीम प्रभारी की गिरफ्तारी किसी भी समय गाजियाबाद पुलिस कर सकती है.

25 लाख रुपए और क्रेटा गाड़ी लेकर एटीएम हैकर मेहराज को छोड़ने वाले स्वाट टीम प्रभारी और उनकी टीम पर पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर द्वारा कार्रवाई करते हुए टीम को भंग कर प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया. वहीं अन्य को लाइन हाजिर किया गया है. इस मामले की जांच एडीजी इंटेलिजेंस एसपी शिरोडकर द्वारा की जा रही है. साथ ही गाजियाबाद और नोएडा पुलिस भी मामले की जांच अपने अपने स्तर पर कर रही है.

सूत्रों की माने तो अब तक किसी को स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान का पता नहीं चला है. जिस पते पर नोएडा पुलिस नोटिस तामिल करने गई, वह पता फर्जी पाया गया. अब नोएडा पुलिस एक बार फिर नोटिस तमिल कराने के लिए बुधवार को लेटर जारी की है. जिसमें स्वाट टीम प्रभारी को घटना के संबंध में बयान और सरकारी असलहे को जमा करने की बात कही गई है. नोएडा पुलिस स्वाट टीम प्रभारी सावेज खान के निवास स्थान को खोज पाएगी या नहीं यह अब नोटिस लेकर जाने वाली टीम ही बता पाएगी. वही अलग-अलग स्तर पर डीसीपी क्राइम अभिषेक कुमार द्वारा मामले की जांच की जा रही है. स्वाट टीम रिश्वत मामले में दो जिले और एक प्रदेश स्तर पर जांच की जा रही है. लेकिन अभी तक किसी को स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान की जानकारी नहीं हुई है. जिसमें नोएडा और गाजियाबाद पुलिस भी लगी हुई है.

ये भी पढे़ं: SWAT टीम रिश्वत मामला: कार्यालय के बाहर दुकान लगाने वालाें से गाड़ियाें के बारे पूछा


नोएडा और गाजियाबाद पुलिस सूत्रों की मानें तो 25 लाख रुपए और क्रेटा मामले में जांच कई स्तर पर और कई अधिकारियों द्वारा की जा रही है. जिस मुलजिम को स्वाट टीम प्रभारी द्वारा छोड़ा गया था. उस मुलजिम सहित पांच लोगों को गाजियाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया और पूछताछ में स्वाट टीम प्रभारी का नाम प्रकाश में आया, जिस पर गाजियाबाद से भी जांच चल रही है, इस मामले में गाजियाबाद और नोएडा पुलिस के सूत्रों की माने तो मुलजिमों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना गाजियाबाद पुलिस करते हुए स्वाट टीम प्रभारी की संलिप्तता के सबूत हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर बताया जा रहा है कि किसी भी समय निवास स्थान तस्दीक होने के साथ ही स्वाट टीम प्रभारी की गिरफ्तारी हो सकती है.

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्धनगर जिले में पुलिस कमिश्नर की स्वाट टीम द्वारा 25 लाख रुपए और क्रेटा कार रिश्वत में लेकर मुलजिम को छोड़ने के मामले में अब रोजाना नया मोड़ आ रहा है. स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान का पता नहीं चला है. जिस पते पर नोएडा पुलिस नोटिस तामिल करने गई थी, वह पता फर्जी पाया गया. जिसके बाद बुधवार को जांच करने वाली टीम स्वाट टीम प्रभारी के निवास को खोजने का काम कर रही है, क्योंकि पूर्व में दिए गए पते पर नोटिस देने वाले को स्वाट टीम प्रभारी का घर नहीं मिला था. बताया जा रहा है कि इस मामले में नोएडा पुलिस द्वारा जहां बर्खास्तगी और लाइन हाजिर करने की कार्रवाई ही की गई. वहीं अब गाजियाबाद पुलिस गिरफ्तार मुल्जिमों के मुकदमे की विवेचना करते हुए स्वाट टीम प्रभारी की गिरफ्तारी किसी भी समय गाजियाबाद पुलिस कर सकती है.

25 लाख रुपए और क्रेटा गाड़ी लेकर एटीएम हैकर मेहराज को छोड़ने वाले स्वाट टीम प्रभारी और उनकी टीम पर पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर द्वारा कार्रवाई करते हुए टीम को भंग कर प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया. वहीं अन्य को लाइन हाजिर किया गया है. इस मामले की जांच एडीजी इंटेलिजेंस एसपी शिरोडकर द्वारा की जा रही है. साथ ही गाजियाबाद और नोएडा पुलिस भी मामले की जांच अपने अपने स्तर पर कर रही है.

सूत्रों की माने तो अब तक किसी को स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान का पता नहीं चला है. जिस पते पर नोएडा पुलिस नोटिस तामिल करने गई, वह पता फर्जी पाया गया. अब नोएडा पुलिस एक बार फिर नोटिस तमिल कराने के लिए बुधवार को लेटर जारी की है. जिसमें स्वाट टीम प्रभारी को घटना के संबंध में बयान और सरकारी असलहे को जमा करने की बात कही गई है. नोएडा पुलिस स्वाट टीम प्रभारी सावेज खान के निवास स्थान को खोज पाएगी या नहीं यह अब नोटिस लेकर जाने वाली टीम ही बता पाएगी. वही अलग-अलग स्तर पर डीसीपी क्राइम अभिषेक कुमार द्वारा मामले की जांच की जा रही है. स्वाट टीम रिश्वत मामले में दो जिले और एक प्रदेश स्तर पर जांच की जा रही है. लेकिन अभी तक किसी को स्वाट टीम प्रभारी के निवास स्थान की जानकारी नहीं हुई है. जिसमें नोएडा और गाजियाबाद पुलिस भी लगी हुई है.

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नोएडा और गाजियाबाद पुलिस सूत्रों की मानें तो 25 लाख रुपए और क्रेटा मामले में जांच कई स्तर पर और कई अधिकारियों द्वारा की जा रही है. जिस मुलजिम को स्वाट टीम प्रभारी द्वारा छोड़ा गया था. उस मुलजिम सहित पांच लोगों को गाजियाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया और पूछताछ में स्वाट टीम प्रभारी का नाम प्रकाश में आया, जिस पर गाजियाबाद से भी जांच चल रही है, इस मामले में गाजियाबाद और नोएडा पुलिस के सूत्रों की माने तो मुलजिमों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना गाजियाबाद पुलिस करते हुए स्वाट टीम प्रभारी की संलिप्तता के सबूत हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर बताया जा रहा है कि किसी भी समय निवास स्थान तस्दीक होने के साथ ही स्वाट टीम प्रभारी की गिरफ्तारी हो सकती है.

Last Updated : Dec 20, 2021, 4:56 PM IST
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