नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में फर्जी अकाउंट खोल कर बिजली विभाग में जमा होने वाले ड्राफ्ट की हेराफेरी कर लाखों रुपए का घोटाला करने वाले 8 लोगों को नोएडा के थाना सेक्टर 49 पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर चल और अचल 77 लाख से अधिक की संपत्ति बरामद की है.
वहीं इस मामले में एक आरोपी अभी फरार है. मामले की गंभीरता और सरकारी घोटाले को देखते हुए अधिकारियों ने इस मामले में एसआईटी टीम गठित की है, जिसमें तीनों आईओ मामले की जांच करेंगे. वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी भी गिरफ्तार हो सकते हैं, जो इस घोटाले में शामिल रहे होंगे.
डीडी घोटाला
बिजली विभाग में संविदा पर काम कर चुके और एक व्यक्ति काम करते हुए और पंजाब नेशनल बैंक के दो असिस्टेंट मैनेजर ने मिलकर बिजली विभाग में जमा होने वाले डीडी का पैसा फर्जी अकाउंट के माध्यम से निकाल लिया जाता था और बिजली विभाग से निकाली गई डीडी कम रकम की बनाकर विभाग के अकाउंट में लगा दी जाती थी.
वहीं बिजली विभाग में डीडी के हुए घोटाले के संबंध में अधिकारियों ने एसआईटी टीम बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी है. सूत्रों की मानें तो पुलिस विभाग बहुत जल्द इस मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार करेगी. वहीं बिजली विभाग के उन कर्मचारियों अधिकारियों के नाम का भी खुलासा होगा, जिन्होंने ग्राहकों की डीडी अधिक पैसे की जगह कम पैसे की जमा होने के बावजूद भी उनका कनेक्शन नहीं काटा और चलने दिया है.
जांच की निगरानी
बिजली विभाग को लाखों रुपए का चूना लगाए जाने की जांच जहां एसआईटी करेगी. वहीं एसआईटी टीम की निगरानी डीसीपी और एसीपी करेंगे.
कब से हो रहा था घोटाला
बिजली विभाग को पुलिस सूत्रों की माने तो फरवरी 2019 से लाखों रुपए का चूना लगाया गया, जिसमें एक करोड़ 66 लाख 5 हजार का मामला सामने आया है. जो बैंक खातों से लेकर चल और अचल संपत्ति के रूप में पुलिस ने 77 लाख से अधिक की बरामदगी कर ली है. शेष बरामद की पुलिस दावा कर रही है. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में और कितनी गिरफ्तारियां करती है.