नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा : शारदा अस्पताल में इलाज के दौरान एक मरीज की मौत होने के बाद परिजनों को शव नहीं देने पर हंगामा हो गया. शव नहीं देने पर मृतक के परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया. शव नहीं देने पर परिजनों ने पोस्टमार्टम की मांग कर दी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ना तो शव देने को तैयार हुआ और ना ही पोस्टमार्टम के लिए.
कोरोना पॉजिटिव था मरीज पर आखिरी रिपोर्ट नेगेटिव
दरअसल करीब 13 दिन पहले एक मरीज को शारदा अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया गया था. मरीज का कोरोना टेस्ट किया तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला. ऐसे में मरीज के परिजनों को भी अस्पताल में जाने की इजाजत नहीं थी. परिजन रोज फोन पर ही जानकारी लेते तो उन्हें बताया जाता कि कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अभी भी पॉजिटिव ही है. इस बीच बीती रात मरीज की मौत हो गई और परिजनों को सुबह दस बजे आने के लिए कहा गया. परिजन सुबह अस्पताल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि मरीज की कल रात ही आखिरी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
परिजनों ने की पोस्टमार्टम की मांग
ऐसे में परिजनों ने मांग की कि शव उन्हें दे दिया जाए. इस पर अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से इनकार कर दिया और कहा कि कोरोना मरीजों के लिए तय श्मशान घाट पर ही अंतिम संस्कार किया जाए. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया और अस्पताल प्रबंधन पर कई आरोप लगाए. शारदा हॉस्पिटल के बाहर मृतक के परिजनों ने प्रदर्शन किया है और मांग की कि मृतक का पोस्टमार्टम करवाया जाए जिससे उनकी मौत किस वजह से हुई है इस बात की जानकारी हो सके.
अस्पताल प्रशासन ने साधी चुप्पी
उधर, शारदा हॉस्पिटल की तरफ से मीडिया के सामने कोई भी बोलने को तैयार नहीं हुआ. इस पूरे मामले पर जब शारदा हॉस्पिटल के प्रबंधकों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.