नई दिल्ली/ग्रे. नोएडा: लॉकडाउन में फंसे मजदूर बस किसी तरीके से अपने घर जाना चाहते हैं. इसके तहत कई बार उनका सब्र का बांध भी टूट रहा हैं. वहीं छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं तपती धूप में बस सिर्फ बसों का इंतजार कर रहे है. कुछ ऐसा ही ग्रेटर नोएडा के कासना बस डिपो पर नगर आया. ईटीवी भारत की टीम वहां पहुंची और स्थिती का जायजा लिया.
सोशल डिस्टेंस न के बराबर
ग्रेटर नोएडा के कासना बस डिपो पर सैकड़ों मजदूरों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. इन लोगों को शेल्टर हाउस से यहां लाया गया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग न के बराबर लोगों के बीच में नजर आई. बस न आने के कारण कई बार इन्होंने कई बार अधिकारियों से पूछा लेकिन इन्हें हमेशा की तरह कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. अधिकारियों ने ये कह के पल्ला झाड़ लिया की बस पहुंची नहीं है, अभी पहुंच रही है. फिलहाल, आज अपने घर पहुंचने की उम्मीद लेकर आए इन लोगों के सब्र का बांध टूटता हुआ नजर आया.
हरकत में आए अधिकारी
जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर वहां पहुंची तो लोगों ने अपनी आपबीती बतानी शुरू कर दी. जिसमें वह काफी परेशान नजर आए. उन्होंने बताया कल से उन्हें शेल्टर होम से यहां लाया गया हैं और अभी तक कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा है. तेज धूप में ये छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं काफी परेसान दिखे. वहीं अधिकारी कह रहे हैं सभी को भेजा जाएगा, धीरे-धीरे सबकी लिस्ट तैयार कर भेजी जा रही है.