नई दिल्ली/गाजियाबादः उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जब अनलॉक किया गया था, तो लोगों को सख्त हिदायत दी गई थी कि वे सभी नियमों को मानेंगे. लेकिन कुछ लोगों ने सरकार की बात को अनसुना कर दिया. जिसका खामियाजा सभी लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लोगों की एक गलती से कुछ इलाकों में तीन गुना रेट पर सब्जी खरीदनी पड़ रही है.
दरअसल बीते दिनों गाजियाबाद की साहिबाबाद थोक सब्जी मंडी में बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए रिटेल सब्जी और फलों की दुकानें हटवा दी गई थी. फिलहाल यहां से सिर्फ थोक विक्रेता ही सब्जी खरीद सकते हैं. ऐसे में जो स्थानीय लोग मंडी में सब्जी खरीद कर ले जाते थे, उन्हें बाहर की रिटेल शॉप से महंगी सब्जी और फल खरीदने पड़ रहे हैं.
सुनैना ने बताई परेशानी
गाजियाबाद की रहने वाली सुनैना ने कहा कि कुछ दिन पहले मंडी से सब्जी खरीद कर लाते थे, तो दाम गली-मोहल्ले की तुलना में काफी कम होते थे. लेकिन अब सब्जी मंडी से रिटेल शॉप हटने के बाद स्थानीय रिटेल शॉप से खरीददारी करनी पड़ रही है. जहां सब्जी और फलों के दाम 3 गुना तक अदा करने पड़ रहे हैं.
अन्य गृहणी चंद्रा ने कहीं यह बात...
सुनैना की तरह वसुंधरा की रहने वाली महिला चंद्रा का कहना है कि सब्जी मंडी से रिटेल शॉप हटने के बाद काफी नुकसान हुआ है. स्थानीय रिटेल शॉप पर तो कई सब्जियां और फल तीन से चार गुना रेट पर खरीदने पड़ रहे हैं, जिससे महंगाई के जमाने में परेशानी बढ़ गई है.
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थोक विक्रेता और रिटेल विक्रेता को भी नुकसान
इस मामले में साहिबाबाद सब्जी मंडी में थोक विक्रेता हरिशंकर यादव का कहना है कि कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए मंडी से फिलहाल रिटेल शॉप हटाई गई है. इससे थोक विक्रेताओं को नुकसान ये हो रहा है. उनका माल नहीं बिक पा रहा है. वहीं रिटेल में सब्जी बेचने वाले विक्रेताओं को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. जनता को भी बाहर से रिटेल में महंगी सब्जी खरीदनी पड़ रही है.
कुछ लोगों की गलती, भुगत रहे सब..!
बता दें कि मंडी से रिटेल विक्रेताओं को हटाना मंडी प्रशासन के लिए जरूरी कदम था. क्योंकि कुछ लोगों ने यहां पर ना तो 2 गज की दूरी का ख्याल रखा था और ना ही अन्य नियमों को मान रहे थे. कई बार देखा गया था कि मंडी में काफी ज्यादा भीड़ उमड़ रही है. समझाने के बावजूद लोग नहीं समझ रहे थे. लोगों की ये गलती रोड पर भी नजर आती है.
10 लाख का चालान
कई बार देखा जाता है कि कुछ लोग रोड पर मास्क नहीं पहनते हैं. यहां भी लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. अनलॉक होने के बाद के एक हफ्ते की बात करें, तो गाजियाबाद में मास्क ना पहनने पर करीब 10 लाख रुपये तक के चालान किए जा चुके हैं. फिर भी कुछ लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं. ऐसे ही लोग सभी लोगों की परेशानी बढ़ा रहे हैं.