नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में मानवता को शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई है. जहां परिजन गर्भवती महिला को तमाम बड़े अस्पतालों में लिए भटकते रहे. लेकिन कोरोना का खौफ इतना है कि अस्पतालों ने महिला को इलाज के लिए भर्ती भी नहीं किया. इस दौरान महिला का पति महिला को एम्बुलेंस से लेकर जिले के 8 अस्पतालों में घुमा लेकिन किसी ने इलाज नहीं किया.
ग्रेटर नोएडा के शारदा व जिम्स गए थे परिजन
बता दे कि लगभग 13 घंटे परिजन महिला को लेकर इधर से उधर अस्पतालों के चक्कर लगाते रहें. दरअसल खोड़ा निवासी बिजेन्द्र की पत्नी नीलम 8 माह की गर्ववती थी. अचानक उसकी तबियत बिगड़ी तो उनको सुबह 6 बजे नोएडा के सेक्टर 24 स्थित ईएसआई हॉस्पिटल लेकर गए, जहां उसे एडमिट नहीं किया. फिर जिला अस्पताल में लेकर गए पर वहां भी एडमिट नहीं किया गया. जिसके बाद फोर्टिस हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन यहां भी एडमिट नहीं किया गया. उसके बाद गाजियाबाद के मैक्स पहुंचे पर वहां भी एडमिट नहीं किया गया. तो फिर वो वापस ग्रेटर नोएडा के जिम्स हॉस्पिटल पहुंचे. लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी.
जिलाअधिकारी ने लिया खबर का संज्ञान
हालांकि मामले को जिलाधिकारी ने संज्ञान लेने के बाद उपजिलाधिकारी मुनींद्र नाथ उपाध्याय और नोएडा सीएमओ दीपक ओहरी को जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही कड़ी कार्यवाही के भी आदेश दिए हैं.