नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले कालिंदी कुंज के नए यमुना पुल पर कैंटर चालक का शव बरामद किया गया था.
नोएडा पुलिस ने ओखला एमसीडी टोल पर अवैध वसूली का विरोध करने पर कैंटर चालक की हत्या करने और शव को फेंकने के मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में टोल मैनेजर फरार है, पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है.
पकड़े गए सभी आरोपी हैं बाउंसर
पुलिस की गिरफ्त में मनरूप धर्मपाल, अमित कुमार, चेतन प्रकाश, सिराजुद्दीन मनोज और कृष्ण कुमार यह सभी बाउंसर हैं और महाराष्ट्र की MEP कंपनी के लिए टोल वसूली का काम करते हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएससी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे लोग अवैध पर्ची अपने टोल मैनेजर के कहने पर काटते हैं. इस मामले में टोल मैनेजर अभी फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
क्या था मामला
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि कैंटर चालक विमल कुमार तिवारी 9 अगस्त को कैंटर में बिजली के पैनल लोड करके सेक्टर 59 से दिल्ली के घिटोरनी के लिए निकला.
ओखला एमसीडी टोल से आगे निकलने पर टोल कर्मचारियों ने अपनी गाड़ी से पीछा कर उसे पकड़ लिया और कैंटर चालक से 10 गुना जुर्माने भरने के रूप में 14 हजार 6 सौ की अवैध पर्ची काटने का दबाव बनाया.
चालक विमल कुमार तिवारी ने इसका विरोध किया, इस पर टोल कर्मचारियों ने उसे मारपीट कर मरणासन्न कर दिया और नए यमुना पुल पर फेंक दिया. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे विमल कुमार तिवारी के भाई और पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस बाबत मृतक के भाई राम सिंह तिवारी ने 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई. मृतक विमल कुमार के शरीर पर पोस्टमार्टम के दौरान चोट के निशान मिले, जो करीब 10 से ज्यादा हैं. जिससे यह बात साफ हो गई कि विमल की मौत चोट के कारणों से हुई है.