नई दिल्ली/नोएडा : राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक साइबर फ्रॉड करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी लोगों के बैंक खाते की जानकारी लेकर धोखाधड़ी से रुपये ट्रांसफर कर लेता था. साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया है.
नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा रविवार को जयपुर से 34 साल के राजेश यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने एमबीए की पढ़ाई की है. आरोपी के पास से पुलिस ने आठ क्रेडिट कार्ड, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद किया है. आरोपी को घटना के संबंध में 23 अक्टूबर 2021 को सेक्टर 31 नोएडा निवासी एचएल कौल के द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे के आधार पर गिरफ्तार किया गया.
पीड़ित एचएल कॉल द्वारा साइबर थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था कि 26 सितंबर को अज्ञात व्यक्ति द्वारा एयरटेल कंपनी का कर्मचारी बनकर उनके एयरटेल सिम की केवाईसी करने के नाम पर एनी डेस्क एप डाउनलोड कराकर धोखाधड़ी कर उनके आईसीआईसीआई बैंक के खाते की जानकारी प्राप्त कर उनसे 10 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी की गई है. पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई और अब जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है
इस मामले में साइबर क्राइम थाना की प्रभारी रीता यादव ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर आम जनता को गुमराह कर एयरटेल व अन्य सिम कंपनियों का प्रतिनिधि या कर्मचारी बनकर सिम ब्लॉक होने का कारण देकर उनकी केवाईसी कराने के बहाने उनके मोबाइल में एनी डेस्क डाउनलोड करा लेते हैं. उनके मोबाइल का एक्सेस लेकर पेटीएम या फोन पे के माध्यम से उनके लिंक बैंक खातों से सारा पैसा फर्जी खातों में जमा करा लेते हैं और एटीएम मशीन जिनमें कैमरा नहीं होते हैं उनसे निकाल लेते हैं.
इसके अतिरिक्त आस-पास के पेट्रोल पंप पर क्रेडिट कार्ड स्कैन करा कर नगद पैसा ले लेते हैं. धोखाधड़ी के पैसे को कई खातों में घुमाकर अपने व अन्य परिचितों के क्रेडिट कार्ड में भी ऐड कर लेते हैं. वहीं इस गैंग के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है.