नई दिल्ली/नोएडा: पिछले 2 सालों से कोरोना के चलते नवरात्र व अन्य त्योहारों पर बनने वाली मूर्तियां नहीं बना पाने वाले मूर्तिकारों के चेहरे पर मुस्कुराहट लौट आई है. इस बार कोरोना महामारी का असर कम होने के चलते उन्हें मूर्ति बनाने का मौका मिला और ऑर्डर भी मिल रहे हैं. इसके चलते उनके चेहरे पर मुस्कुराहट और खुशी देखी जा सकती है.
नोएडा के सेक्टर 20 में मूर्ति बनाने वाले (sculptors of Noida) प्रणव मंडल का कहना है कि हम उतनी ही मूर्तियां बनाते हैं, जितना ऑर्डर मिलता है. इस बार ठीक-ठाक मूर्ति बनाने का ऑर्डर मिला है. प्रणव ने बताया कि एक मूर्ति को बनाने में कम से कम 10 से 12 दिन लग जाते हैं. कम समय में अधिक मूर्ति बनाने के चलते अत्यधिक आर्डर लोगों से नहीं लिए जाते हैं. ज्यादा आर्डर लेने से मूर्तियों पर की गई कारीगरी बेहतर नहीं हो पाती है.
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प्रणव मंडल ने बताया कि सभी मूर्तियां कच्चे रूप में तैयार हो गई है. अब उन्हें कलर और अन्य रूप देने की जरूरत है. इसे पूरा करने के लिए दिन रात का समय लगाना पड़ता है. एक आदमी को एक मूर्ति पूरा करने में काफी लंबा समय लगाता है. तब जाकर एक बेहतरीन और खूबसूरत मूर्ति बनकर तैयार होती है.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान जो भी कर्ज लिए गए हैं, उन्हें अब वो और मूर्तियों को बनाकर उनसे हुई आमदनी से पूरा करेंगे. उम्मीद है कि आने वाले अन्य त्योहारों में भी और अधिक मूर्तियों के बनाने का आर्डर मिल जाए, जिससे हम अपनी आर्थिक स्थिति का पटरी पर ला सकें.
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