नई दिल्ली/नोएडा: इलेक्ट्रॉनिक्स पॉलिटेक्निक और आईटीआई किए हुए मोबाइल टावर से बैटरी चोरों को नोएडा पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से बैटरी, उपकरण, तमंचा और गाड़ियां बरामद की है. वहीं इनके दो साथी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
पुलिस के अनुसार इनके द्वारा टावर में लगी हुई बैटरी को इंस्टॉल करने से लेकर चुराने तक की अच्छी तकनीक पता थी. इनका मास्टरमाइंड पहले हयात कंपनी में काम कर चुका है. वहीं फरार साथी टावर इंस्टॉल और टेक्नीशियन का काम में माहिर है. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके द्वारा उन्ही टावरों को निशाना बनाया जाता था जहां गार्ड नहीं होते थे.
कई शहरों में वारदात को दिया अंजाम
गिरफ्त में आए बदमाश नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत में कई जगहों पर बैटरी चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. मोबाइल टावर से बैटरी चोरी के मामले में पुलिस ने गाजियाबाद निवासी महेश उपाध्याय, विजय कुमार उर्फ छोटू, सलमान और विशेष खाटीयान को गिरफ्तार किया. पकड़े गए बैटरी चोरों के 2 साथी अभी पुलिस गिरफ्त से फरार है. जिसमें आदिल और धर्मेंद्र है जो बुलंदशहर के निवासी हैं.
पकड़े गए चोरों की शिक्षा में महेश उपाध्याय पॉलिटेक्निक से इलेक्ट्रॉनिक्स किया हुआ है, विजय कुमार आईटीआई किया हुआ है, सलमान इंटर कर कबाड़ी का काम करता है. वहीं विशेष इंटर कर टावर इंस्टॉल का कार्य करता है.
26 घटनाएं हुई उजागर
एसपी सिटी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि विजय ,धर्मेंद्र, महेश और विशेष का एक गैंग है. जिसको विजय संचालित करता है. सभी मोबाइल की विभिन्न कंपनियों में टावर संबंधी काम करते हैं. इनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि हम लोगों को मोबाइल के ऐसे टावर जिन पर गार्ड नहीं रहते हैं उनकी जानकारी है, हम लोग टावर पर जाकर उसमें लगी बैटरी, बीटीएस आदि महंगे उपकरण को चोरी कर आदिल और सलमान कबाड़ी को बेच देते थे.
एसपी सिटी ने बताया कि धर्मेंद्र और विशेष टावर की बैटरी चोरी करने के मामले में पहले भी जेल जा चुके हैं. इनके द्वारा एनसीआर में करीब 26 चोरी की घटनाएं उजागर हुई है.