नई दिल्ली: पीएम मोदी 25 नवंबर को गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर में स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास करेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कार्यक्रम से जुड़ी तैयारियों का निरीक्षण किया. साथ ही जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ, उत्तर प्रदेश भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के साथ इसमें लगभग 34,000-35,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 1 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार मिलेगा. ये एयरपोर्ट 2024 में कार्यात्मक हो जाएगा. यूपी का ये 5वां अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा.
बता दें, आगामी 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का जेवर में शिलान्यास व भूमिपूजन करेंगे. एयरपोर्ट के शिलान्यास से पहले तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. 2022 में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में योगी सरकार एयरपोर्ट के शिलान्यास को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते, यही कारण है कि प्रधानमंत्री के आने से 2 दिन पहले खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम के व्यवस्थाओं का जायजा लेने आज जेवर पहुंचे. मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी हर कनेक्टविटी को तेज कर रहा है और यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है. पश्चिमी यूपी में भी जल्द गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य होगा और इसके साथ अन्य एक्सप्रेसवे बनाए जाने अभी बाकी है.
एयरपोर्ट के शिलान्यास की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे योगी आदित्यनाथ
जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के खासियत की बात करें तो जेवर के विकास की जिम्मेदारी स्वीस कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दी गयी है. एयरपोर्ट पर कुल 8 रनवे होंगे, यह देश के साथ-साथ एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. जेवर एयरपोर्ट को कार्बन मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे पर्यावरण को कम से कम हानी हो. यहां सालाना 1 करोड़ 20 लाख यात्री यात्रा करेंगे.
वहीं जेवर एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्रियों को देश का सबसे सस्ता हवाई यात्रा मिलेगी. एयरपोर्ट के निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से सबसे कम समय यानी 1148 दिनों के अंदर यहां से पहली उड़ान उड़ेगी. इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा कार्गो एयरपोर्ट होगा. खास बात है कि एयरपोर्ट पर हवाई जहाजों के सर्विस सेंटर भी बनाए जाएंगे. एयरपोर्ट पूरी तरह डिजिटल टेक्नोलॉजी से लैस होगा, कवर एयरपोर्ट आधुनिकरण में चीन सहित 48 देशों को पीछे छोड़ देगा. जेवर एयरपोर्ट का कुल क्षेत्रफल 6200 हेक्टेयर होगा. बड़ी बात ये है कि 1334 हेक्टेयर जमीन को बिना किसी विवाद को बड़े शान्तिपूर्ण तरीके से अधिग्रहण किया गया है. यह एयरपोर्ट पीपीपी मॉडल पर बनेगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट रेल और रोड कनेक्टिविटी का हब बनने जा रहा है. एयरपोर्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, गंगा एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल, यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर जोड़ा जाएगा. कनेक्टिविटी के कारण जेवर एयरपोर्ट के आसपास आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. आने वाले समय में जेवर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में बनने वाले उद्योगो से लाखों लोगों के रोजगार के साधन खुलेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, ताकि हम पूर्व यूपी को पश्चिमी यूपी से जोड़ सकें. चाहे वह रॉड कनेक्टविटी हो या एयर कनेक्टविटी सभी तरह सुदृढ़ करने जा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कहते हैं, ये काम करने की हम सोच रहे थे, लेकिन हम उन्हें दिखाएंगे कि विकास के किसी काम को अंतिम रूप कैसे दिया जाता है.
आपको बता दें कि दरअसल, जेवर में एयरपोर्ट बनाने का ऐलान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और देश के मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. हालांकि एयरपोर्ट बनाने के लिए मंजूरी में लगभग 25 साल लग गए. प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद जेवर एयरपोर्ट को लेकर काम तेज किया गया. जिसके चलते 25 वर्षों से अटके जेवर एयरपोर्ट की फाइल दोबारा खोली गई और जेवर में एयरपोर्ट बनाने की मंजूरी मिली. जेवर एयरपोर्ट यातायात दृष्टि के साथ-साथ व्यापार में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. एयरपोर्ट आने के बाद जेवर सहित आसपास इलाकों में निवेश बढ़ा है. देशी और विदेशी कंपनियों जेवर एयरपोर्ट के आसपास निवेश कर रही हैं. यही कारण है कि एयरपोर्ट के पास तीन और नए शहर बनाने की की तैयारी शुरू की गई है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जेवर आकर सबसे पहले सभी अधिकारियों के साथ मीटिंग की और फिर तैयारियों व सुरक्षा का ब्यौरा लिया और आदेश दिया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में किसी भी तरह कोई सुरक्षा में कमी न रहे और न ही कोई कोताई बरती जाए. इस मौके पर गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर सहित तमाम आलाधिकारी, तीनों प्राधिकरण के सीईओ और जेवर, नोएडा, दादरी तीनों विधायक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और तमाम बीजेपी कार्यकर्ता मौके पर पंहुचे. मीटिंग के बाद सीएम ने मीडिया को संबिधित किया और फिर हिंडन एयरपोर्ट के लिए गाड़ी से रवाना हुए, जहां से सीएम लखनऊ के लिए रवाना हो गये.