नई दिल्ली/नोएडाः एक गर्भवती महिला की मौत का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि नोएडा के सरकारी अस्पताल का ढुलमुल रवैया सामने आ गया है. नोएडा के सेक्टर 51 होशियारपुर के रहने वाली शकुंतला देवी पिछले 24 घंटे से 3 सरकारी अस्पतालों के चक्कर काट रही है. आखिर में गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. की कॉल के बाद मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सेक्टर 51 होशियारपुर गांव की रहने वाली शकुंतला देवी पिछले 24 घंटे में तीन सरकारी अस्पताल सेक्टर 24 ESI हॉस्पिटल, सेक्टर 30 जिला अस्पताल और ग्रेटर नोएडा GIMS से चक्कर काट वापस लौट गई. मरीज महिला को पथरी, खांसी और सांस लेने में दिक्कत है. मीडिया ने DM सुहाल एल.वाई. को जानकारी दी उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की आंखें खुली.
दिखावा मात्र है सुविधा
पीड़ित महिला के बेटे धीरज ने बताया कि उनकी मां को खांसी, सांस और पथरी की समस्या है. पीड़ित महिला के बेटे ने बताया कि ईएसआई अस्पताल में उनकी मां को भर्ती करने से मना कर दिया. अस्पताल ने पहले कोविड-19 की बात कही, जिसके बाद सेक्टर 30 जिला अस्पताल में पहुंचे वहां से ग्रेटर नोएडा GIMS रेफर कर दिया गया. धीरज ने बताया कि जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत के बाद दोबारा जिला अस्पताल आए और उनकी मां को भर्ती किया गया.