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दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियां पास करने के नाम पर लाखों लोगों के साथ हुआ धोखा

दिल्ली के बदरपुर के लोग आनाधिकृत कॉलोनियों को पास करने धोखा मान रहे हैं. उनका कहना है कि ओजोन के जरिए हमारे कॉलोनियों पर तलवार लटकी हुई है. कॉलोनिया तो पास हो गई हैं लेकिन हमारी कॉलोनियों में किसी भी प्रकार का विकास निर्माण कार्य नहीं हो सकता है.

Millions of people of Badarpur cheated in the name of passing unauthorized colonies in delhi
बदरपुर के लाखों लोगों के साथ धोखा
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Published : Dec 9, 2019, 9:12 PM IST

Updated : Dec 10, 2019, 9:46 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की कई कॉलोनियां नियमित होने के बाद नियमित नहीं हो पाई है. दरअसल इस क्षेत्र में ओजोन होने के कारण यहां के स्थानीय लोग किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं कर सकते हैं. इसलिए स्थानीय इलाकों में लगातार ओजोन को हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

बदरपुर के लाखों लोगों के साथ धोखा

इस पूरे मामले को जानने के लिए इटीवी भारत की टीम ने ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से बात की और इस पूरे मामले को समझने की कोशिश की.

यमुना के पास आने वाले इलाके ओजोन में
समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि दिल्ली के मास्टर प्लान के दौरान दिल्ली को अलग-अलग जोन में बांटा गया था. उस दौरान यमुना के तटीय क्षेत्रों को ओजोन क्षेत्र में रखा गया था. जो क्षेत्र यमुना के 300 मीटर दूरी के दायरे में आते थे उनको ओजोन क्षेत्र में रखा गया था. बदरपुर की कई कॉलोनियां यमुना से 3 किलोमीटर 4 किलोमीटर या 6 किलोमीटर तक दूर है उसके बावजूद भी उनको ओजोन में रखा गया है. जिसके कारण यहां पर लोगों के साथ धोखा हुआ है. साथ ही उनका कहना है कि जो कॉलोनियां नियमित की गई है उसमें इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन उसमें क्लोज में लिखा हुआ है कि जहां ओजोन हैं वहां पर यह नियम लागू नहीं होगा. इसलिए हम मांग करते हैं कि डीडीए नोटिफिकेशन जारी कर इसको ओजोन से हटाकर एफ जोन में कर दे फिर इन कॉलोनियों को नियमित माना जायेगा.


'मनोज तिवारी को इस्तीफा देना चाहिए'
अनिल शर्मा ने कहा कि यहीं पर मनोज तिवारी की सभा कुछ दिन पहले हुई थी. उस सभा में मनोज तिवारी ने कहा था कि ओजोन गोजोन हो गया है. तो आखिर जब ओजोन गोजोन हो गया है तो फिर यहां के लोगों के साथ क्यों धोखा हो रहा है. मनोज तिवारी इसका प्रूफ दे की ओजोन गोजोन कैसे हो गया है नहीं तो इस्तीफा दें. वहीं उनका कहना है कि इसके लिए डीडीए को एक नोटिफिकेशन पास करने की जरूरत है और हम वह ओजोन से एफ जोन में आ जाएंगे और फिर हमारी कॉलोनीया आसमानी से नियमित कॉलोनियों के लिस्ट में आ जायेगी जाएंगे.

लोगों के साथ हुआ है धोखा
वहीं इस समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चौकन ने कहा कि बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के आने वाले लगभग 5 लाख लोगों के साथ धोखा हुआ हैं. यहां की लगभग 60 कॉलोनियां ऐसी हैं जो ओजोन में है जबकि वह यमुना से तीन-चार किलोमीटर या उससे भी अधिक दूरी पर हैं. उसके बावजूद भी हम लोगों की कॉलोनियों को ओजोन में रखा गया है. कॉलोनियों को नियमित करना यहां के रहने वाले लाखों लोगों के साथ धोखा है साथ ही जो कॉलोनियां नियमित की गई है. उस लिस्ट में तो इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन ओजोन होने के कारण इन कॉलोनियों को पास नहीं मानी जाएगी यह शर्त लगा दिया गया हैं.

लोग कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की लगभग 50 से अधिक कॉलोनियां नियमित होने के बाद भी नियमित नहीं मानी जा रही हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में ओजोन लगा हुआ है इसको लेकर लगातार यहां के स्थानीय लोग और ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की कई कॉलोनियां नियमित होने के बाद नियमित नहीं हो पाई है. दरअसल इस क्षेत्र में ओजोन होने के कारण यहां के स्थानीय लोग किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं कर सकते हैं. इसलिए स्थानीय इलाकों में लगातार ओजोन को हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

बदरपुर के लाखों लोगों के साथ धोखा

इस पूरे मामले को जानने के लिए इटीवी भारत की टीम ने ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से बात की और इस पूरे मामले को समझने की कोशिश की.

यमुना के पास आने वाले इलाके ओजोन में
समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि दिल्ली के मास्टर प्लान के दौरान दिल्ली को अलग-अलग जोन में बांटा गया था. उस दौरान यमुना के तटीय क्षेत्रों को ओजोन क्षेत्र में रखा गया था. जो क्षेत्र यमुना के 300 मीटर दूरी के दायरे में आते थे उनको ओजोन क्षेत्र में रखा गया था. बदरपुर की कई कॉलोनियां यमुना से 3 किलोमीटर 4 किलोमीटर या 6 किलोमीटर तक दूर है उसके बावजूद भी उनको ओजोन में रखा गया है. जिसके कारण यहां पर लोगों के साथ धोखा हुआ है. साथ ही उनका कहना है कि जो कॉलोनियां नियमित की गई है उसमें इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन उसमें क्लोज में लिखा हुआ है कि जहां ओजोन हैं वहां पर यह नियम लागू नहीं होगा. इसलिए हम मांग करते हैं कि डीडीए नोटिफिकेशन जारी कर इसको ओजोन से हटाकर एफ जोन में कर दे फिर इन कॉलोनियों को नियमित माना जायेगा.


'मनोज तिवारी को इस्तीफा देना चाहिए'
अनिल शर्मा ने कहा कि यहीं पर मनोज तिवारी की सभा कुछ दिन पहले हुई थी. उस सभा में मनोज तिवारी ने कहा था कि ओजोन गोजोन हो गया है. तो आखिर जब ओजोन गोजोन हो गया है तो फिर यहां के लोगों के साथ क्यों धोखा हो रहा है. मनोज तिवारी इसका प्रूफ दे की ओजोन गोजोन कैसे हो गया है नहीं तो इस्तीफा दें. वहीं उनका कहना है कि इसके लिए डीडीए को एक नोटिफिकेशन पास करने की जरूरत है और हम वह ओजोन से एफ जोन में आ जाएंगे और फिर हमारी कॉलोनीया आसमानी से नियमित कॉलोनियों के लिस्ट में आ जायेगी जाएंगे.

लोगों के साथ हुआ है धोखा
वहीं इस समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चौकन ने कहा कि बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के आने वाले लगभग 5 लाख लोगों के साथ धोखा हुआ हैं. यहां की लगभग 60 कॉलोनियां ऐसी हैं जो ओजोन में है जबकि वह यमुना से तीन-चार किलोमीटर या उससे भी अधिक दूरी पर हैं. उसके बावजूद भी हम लोगों की कॉलोनियों को ओजोन में रखा गया है. कॉलोनियों को नियमित करना यहां के रहने वाले लाखों लोगों के साथ धोखा है साथ ही जो कॉलोनियां नियमित की गई है. उस लिस्ट में तो इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन ओजोन होने के कारण इन कॉलोनियों को पास नहीं मानी जाएगी यह शर्त लगा दिया गया हैं.

लोग कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की लगभग 50 से अधिक कॉलोनियां नियमित होने के बाद भी नियमित नहीं मानी जा रही हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में ओजोन लगा हुआ है इसको लेकर लगातार यहां के स्थानीय लोग और ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

Intro:डेडलाइन बदरपुर दक्षिण पूर्व दिल्ली बदरपुर


जहां पूरी दिल्ली में अनुप्रास कॉलोनियों को पास करने का श्रेय लेने की होड़ मची है वही बदरपुर के दर्जन दर्जनों कॉलोनियों के लोग इसको धोखा मान रहे हैं उनका कहना है कि ओजोन के जरिए हमारे कॉलोनियों पर तलवार लटकी हुई है कॉलोनिया तो पास हो गई हैं लेकिन हमारी कॉलोनियों में किसी भी प्रकार का विकास निर्माण कार्य नहीं हो सकता है


Body:बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की कई कॉलोनियां नियमित होने के बाद भी नियमित नहीं हो पाई है

बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की कई कॉलोनियां नियमित होने के बाद नियमित नहीं हो पाई है दरअसल इस क्षेत्र में ओजोन होने के कारण यहां के स्थानीय लोग किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं कर सकते हैं इसलिए स्थानीय इलाकों में लगातार ओजोन को हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है इस पूरे मामले को समझने के लिए इटीवी भारत की टीम ने ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से बात की और इस पूरे मामले को समझने की कोशिश की ।


डीडीए एक नोटिफिकेसशन जारी कर दे तो हट सकता है ओजोन

समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि दिल्ली के मास्टर प्लान के दौरान दिल्ली को अलग-अलग जोन में बांटा गया था उस दौरान यमुना के तटीय क्षेत्रों को ओजोन क्षेत्र में रखा गया था जो क्षेत्र यमुना के 300 मीटर दूरी के दायरे में आते थे उनको ओजोन क्षेत्र में रखा गया था लेकिन बदरपुर की कई कॉलोनियां यमुना से 3 किलोमीटर 4 किलोमीटर या 6 किलोमीटर तक दूर है उसके बावजूद भी उनको ओजोन में रखा गया है जिसके कारण यहां पर लोगों के साथ धोखा हुआ है साथ ही उनका कहना है कि जो कॉलोनियां नियमित की गई है उसमें इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन उसमें क्लोज में लिखा हुआ है कि जहाँ ओजोन हैं वहां पर यह नियम लागू नहीं होगा इसलिए हम मांग करते हैं कि डीडीए नोटिफिकेशन जारी कर इसको ओजोन से हटाकर एफ जोन में कर दे फिर इन कॉलोनियों को नियमित माना जायेगा ।


मनोज तिवारी को इस्तीफा देना चाहिए यह हमारी मांग है

अनिल शर्मा ने कहा कि यहीं पर मनोज तिवारी की सभा कुछ दिन पहले हुई थी उस सभा में मनोज तिवारी ने कहा था कि ओजोन गोजोन हो गया है तो आखिर जब ओजोन गोजोन हो गया है तो फिर यहां के लोगों के साथ क्यों धोखा हो रहा है मनोज तिवारी इसका प्रूफ दे की ओजोन गोजोन कैसे हो गया है नहीं तो इस्तीफा दें वही उनका कहना है कि इसके लिए डीडीए को एक नोटिफिकेशन जाने करने की जरूरत है और हम वह ओजोन से एफ जोन में आ जाएंगे और फिर हमारी कॉलोनीया आसमानी से नियमित कॉलोनियों के लिस्ट में आ जायेगी जाएंगे

लाखों लोगों के साथ धोखा हुआ है कॉलोनियों को नियमित करने के नाम पर ।


वही इस समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चौकन ने कहा कि बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के आने वाले लगभग 5 लाख लोगों के साथ धोखा हुआ है यहां की लगभग 60 कॉलोनियां ऐसी हैं जो ओजोन में है जबकि वह यमुना से तीन-चार किलोमीटर या उससे भी अधिक दूरी पर है उसके बावजूद भी हम लोगों की कॉलोनियों को ओजोन में रखा गया है कॉलोनियों को नियमित करना यहाँ के रहने वाले लाखों लोगों के साथ धोखा है साथ ही जो कॉलोनियां नियमित की गई है उस लिस्ट में तो इन कॉलोनियों का नाम है लेकिन ओजोन होने के कारण इन कॉलोनियों को पास नहीं मानी जाएगी यह शर्त लगा दिया गया हैं।

बाइट -अनिल शर्मा (अध्यक्ष )

बाइट - सरजीत चौकन (उपाध्यक्ष ),लाल स्वेटर पहने हुए )



Conclusion:आपको बता दें बदरपुर विधानसभा क्षेत्र की लगभग 50 से अधिक कॉलोनियां नियमित होने के बाद भी नियमित नहीं मानी जा रही हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में ओजोन लगा हुआ है इसको लेकर लगातार यहां के स्थानीय लोग और ओजोन मुक्ति संघर्ष समिति के द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है ।
Last Updated : Dec 10, 2019, 9:46 AM IST
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