नई दिल्ली/नोएडा : फेस थर्ड कोतवाली क्षेत्र स्थित मामूरा के निवासी एक युवक पर परशुराम ब्राह्मण एकता महासभा के लोगों ने पढ़ाई के नाम पर बच्चों के धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है. युवक के घर के बाहर जमा होकर कार्यकर्ताओं ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने घर में मौजूद लोगों से पूछताछ की तो प्राथमिक जांच में धर्मांतरण जैसी कोई बात सामने नहीं आई. हालांकि, आरोपी के खातों से लेकर अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है.
एडिश्नल डीसीपी सेंट्रल जोन इला मारन का कहना है कि परशुराम ब्राह्मण एकता महासभा के राष्ट्रीय सचिव अमरेंद्र तिवारी ने पुलिस को सूचना दी कि कोतवाली क्षेत्र स्थित ममूरा गांव के प्राथमिक विद्यालय के बगल स्थित नंबर-5 के एक घर में धर्मांतरण किया जा रहा है. यहां बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है. घर से प्रार्थना की आवाज आती है. घर में संदिग्ध गतिविधि को देखकर कई कार्यकर्ता पहुंच गए. इसके बाद कोतवाली फेज 3 पुलिस पहुंची और घर में मौजूद औरंगाबाद बिहार निवासी महेंद्र समेत 12 से अधिक महिलाएं, पुरुष और बच्चों से पूछताछ की. आरएसएस व भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि महेंद्र धर्मांतरण करा रहा है.
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एडिश्नल डीसीपी सेंट्रल ज़ोन इला मारन ने बताया कि प्राथमिक जांच में धर्मांतरण जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. घर में मिले सभी लोगों ने एक ही धर्म को मानने की बात कही है और सभी के कागजात भी उससे संबंधित हैं. सिर्फ ईसाई धर्म से संबंधित प्रार्थना करना सामने आया है. हिरासत में लिए गए लोगों ने खुद को हिंदू धर्म का ही बताया है. महेंद्र के बैंक खातों की जांच कर देखा जा रहा है कि कहीं उसे कोई फंडिंग तो नहीं कर रहे.
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