नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा में जिम्स मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की. जिम्स में 150 बेड की सुविधा है. 140 कोविड-19 मरीजों का इलाज कर चुका है. जिसमें 80 मरीजों को सकुशल इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया और तकरीबन 60 एक्टिव पेशेंट हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है.
जिम्स डायरेक्टर ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता ने यूपी सरकार और गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन को महामारी के वक्त काम करने मौका देने के लिए उन्होंने धन्यवाद किया है. उन्होंने बताया कि मैनें कोविड-19 महामारी को एक मिशन के तौर पर लिया और काम किया है. उन्होंने बताया कि जिम्स में 1 साल पहले 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड था, लेकिन अब 150 बेड का कंपलीट कोविड-19 केयर सेंटर है. यहां स्क्रिनिंग, टेस्टिंग, कंपलीट ट्रीटमेंट, प्लाज्मा थेरेपी भी की जाती है.
'मरीजों को मानसिक रूप से करते हैं मज़बूत'
जिम्स डायरेक्टर ने कहा कि कोविड-19 पॉजिटिव का मरीज 70-80% मानसिक रूप से बीमार होता है और बाकी 20-30% शारीरिक रूप से बीमार होता है. ऐसे में अस्पताल में शुरुआत में ही कोविड-19 मरीज की काउंसलिंग करते हैं. वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को क्या एहतियात बरता जाए. इसके बारे में जानकारी दी जाती है. समय-समय पर योगा, मैडिटेशन वर्कशॉप करते हैं.
'कोविड-19 बीमारी जिंदगी का हिस्सा'
जिम्स डायरेक्टर ने बताया कि कोविड-19 फिलहाल जाने वाला नहीं है. पहले ऐसा कहा जा रहा था कि गर्मी की वजह से कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आएगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि ये बीमारी साल 2021-22 तक रहेगी. उन्होंने कहा कि कोविड-19 एक लाइफस्टाइल डिजीज बन चुकी है और बीमारी से डरकर नहीं इसके साथ रहकर उसे जीत हासिल करनी है.