नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 'ऑपरेशन क्लीन' की बात कही. सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों ने कुख्यात आरोपियों की लिस्ट बना कार्रवाई शुरू कर दी है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने भी ज़िले में सक्रिय बड़े गैंग पर कार्रवाई तेज़ कर दी. जिले में अपराधियों पर कार्रवाई करते हुए तकरीबन 11 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति कुर्क की गई है.
'गैंगस्टर/सहयोगियों पर हुई कार्रवाई'
1. संजय भाटी (सदस्य अनिल दुजाना गैंग),थाना सूरजपुर
2. राजेश चौहान उर्फ राजेंद्र (सदस्य अनिल दुजाना गैंग), थाना बादलपुर
3. अरुण शर्मा और सोनू शर्मा (सदस्य अनिल दुजाना गैंग), थाना बादलपुर
4. दिव्या सांगवान (सदस्य अनिल दुजाना गैंग), थाना छपार जनपद मुजफ्फरनगर
5. सिंह राज भाटी (सदस्य सुंदर भाटी गैंग), थाना दनकौर
6. सुमित भाटी (सदस्य सुंदर भाटी गैंग), थाना कासना
7. अमित शर्मा उर्फ अमित पंडित (सदस्य अनिल दुजाना गैंग), थाना बादलपुर
8. चंद्रपाल प्रधान (सदस्य अनिल दुजाना गैंग),थाना बादलपुर
सभी 8 अभियुक्तों द्वारा आपराधिक गतिविधियों में अर्जित चल-अचल संपत्तियों कुर्क कर ली गई है. कुर्क की गई संपत्ति की कीमत 11 करोड़ 35 लाख की बताई जा रही है.
'अपराधियों की खैर नहीं'
विकास दुबे कांड के बाद पूरे प्रदेश में पुलिस एक्टिव हो गई है और लगातार वांछित अपराधियों पर कार्रवाई कर रही है. जिला गौतमबुद्ध नगर की पुलिस भी एक्शन मोड में दिखाई दे रही है और अपराधियों पर लगातार नकेल कस रही है. गौतमबुद्ध नगर जिले में एक गैंगस्टर/ माफिया और अपराधियों तथा उनके सहयोगियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम 1986 की धारा 14 में दिए गए प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है.