नई दिल्ली/नोएडा: नौ दिन बाद गौरव चंदेल मर्डर केस में पुलिस के हाथ एक अहम सुराग लगा है. गाजियाबाद के मसूरी थाने के इलाके के अशोक नगर से कार बरामद की गई है. कार बुधवार देर रात नोएडा लाई गई लेकिन एक सवाल उठता है कि पुलिस की नाक के नीचे 9 दिन तक कार सड़कों पर घूमती रही लेकिन पुलिस को पता तक नहीं चला.
हत्यारों ने तोड़ी नंबर प्लेट
हत्यारों ने कार की हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट भी तोड़ दी और सबसे अहम बात ये है कि कार में फ़ास्टैग होने की वजह से हत्यारे कार एनसीआर के बाहर नहीं ले जा सके.
क्या है FASTag?
टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया है. FASTag सिस्टम की मदद से टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिलता है. टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल टैक्स कट जाता है.1 दिसंबर से इसे सभी टोल प्लाजा पर अनिवार्य कर दिया गया है और जिन गाड़ियों पर FASTag नहीं है उनका दोगुना टैक्स देने का प्रावधान किया है.
परिवार ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल?
बता दे 6 जनवरी की रात गौरव चंदेल के हत्या कर आरोपी कार, दो मोबाइल और लैपटॉप लेकर फरार हो गए थे, हालांकि गाजियाबाद से बरामद हुई कार के बाद परिवार को आस जगी है कि अब जल्द न्याय मिलेगा लेकिन परिवार ने पुलिस से एक सवाल पूछा है के गौरव चंदेल की बॉडी भी परिवार ने ढूंढी और कार भी गाजियाबाद के लोगों ने ढूंढ कर पुलिस को दी. ऐसे में यूपी पुलिस क्या कर रही है?
कब पकड़े जाएंगे हत्यारे?
फिलहाल यूपी पुलिस गौरव चंदेल की कार को नोएडा लेकर आई है. कार को नोएडा के ट्रांसपोर्ट नगर चौकी में खड़ा किया गया है. लेकिन अब पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी है कि अब हत्यारों को कब तक पड़ेगी?