नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36, नोएडा पुलिस ने दो लोगों को नोएडा से गिरफ्तार किया है.
10 जून 2021 को निधि मित्तल निवासी गाजियाबाद ने साइबर क्राइम थाना नोएडा में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कोरोना महामारी के दौरान उनकी माता जी को इलाज के लिये रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता होने पर राहुल नाम के व्यक्ति ने इन्जेक्शन उपलब्ध करने के नाम पर 1,15000 रुपए की धोखाधड़ी कर बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए.
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 419/420/467/468/471/34 और आईटी एक्ट की धारा 66सी / 66डी के मामले में बीपीओ में काम करने वाले मंयक खन्ना पुत्र सतीश खन्ना (26) व मूवी एक्टर यश मेहता (25) पुत्र विशाल मेहता को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों ने फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना काल के समय हॉस्पिटल में बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर जरूरतमंदों से सम्पर्क करके विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कराए थे.
साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस ने नोएडा से 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्त फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना काल के समय हॉस्पिटल में बेड व रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर जरूरतमंदों से सम्पर्क कर अपने खातों में पैसे ट्रांसफर कराकर धोखाधड़ी में शामिल थे.
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