नई दिल्ली/नोएडा: भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के बैनर तले चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे धरने में अब किसान हाथों में लाठियां लेकर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं. जिसको लेकर किसानों का कहना है कि राइफल, बंदूक और पिस्टल के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है, पर लाठी किसान की शान है और यही लेकर वह अपने धरने और भूख हड़ताल को जारी रखेंगे.
किसानों का यह भी कहना है कि हम अपने हक की लड़ाई अपने इन्हीं डंडों की बदौलत लड़ेंगे और सरकार को हमारी मांगो को हर हाल में एक ना एक दिन मानना पड़ेगा. सरकार जिस कानून को लागू करना चाहती है, उसे सरकार खुद अगर समीक्षा करें, तो यह महसूस होगा कि उसने गलत कानून लागू किया है. पर अब सरकार अलग रवैया अपना रही ,है जो किसान हित में नहीं है. वहीं आज की क्रमिक भूख हड़ताल को किसानों ने चाय पीकर तोड़ा है.
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भानु गुट के अध्यक्ष का क्या है कहना
भाकियू (भानु गुट) के धरना प्रदर्शन और क्रमिक भूख हड़ताल के संबंध में यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि प्रतिदिन किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए कुछ नया रुख अपनाएंगे. फिलहाल क्रमिक अनशन शांतिपूर्वक किया जा रहा है, इसके बाद अन्य बैठक कर रणनीति अपनाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे यूनियन के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को प्रदेश सरकार द्वारा प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है. उनकी गाड़ियों से झंडे, बैनर और पोस्टर हटवाए जा रहे हैं. पुलिस जबरन किसानों को परेशान करने का काम अलग-अलग जिलों में कर रही है, ताकि हम चिल्ला बॉर्डर से अपना धरना समाप्त कर दें, जो हम होने नहीं देंगे.