नई दिल्ली/नोएडा: सेक्टर-49 बरौला के पत्थर मार्केट को अतिक्रमण बता ढहाने पहुंचे नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा. जानकारी के मुताबिक भूलेख विभाग और वर्क सर्किल के बीच समन्वय नहीं होने के चलते अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा.
मांगों को लेकर धरने पर बैठे लोग
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि बरौला गांव के बाहर पत्थर मार्केट का अधिग्रहण हो चुका है. किसान इस बात को मानने को तैयार नहीं है और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं.
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अधिकारियों में आपसी तालमेल नहीं
नोएडा विकास प्राधिकरण अतिक्रमण दस्ते और भारी पुलिस फोर्स के साथ पत्थर मार्केट को ढहाने पहुंचा, लेकिन अथॉरिटी के अधिकारियों के बीच आपस में तालमेल और पेपर वर्क नहीं होने के चलते उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा.
'किसानों को बेसहारा करने की कोशिश'
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि प्राधिकरण किसानों की जमीन को कब्जे में लेकर उन्हें बेसहारा करने की कोशिश कर रहा है. साल 2009 में अथॉरिटी ने माना कि उनसे गलती हुई है लेकिन अब एनजीटी की आड़ में किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वो ऐसा बिल्कुल नहीं होने देंगे, अगर जरूत पड़ी तो किसी भी हद तक जाएंगे.
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धरने पर बैठे हैं स्थानीय लोग
धरने पर बैठी मधु नाम की महिला ने कहा कि हमने अपने जीवन भर की पूंजी यहां लगा दी. पुरखों से हम यहां रहते आ रहे हैं और अब अचानक से प्राधिकरण इन्हें तोड़ना चाहता है. उन्होंने कहा कि अगर हमारी छत ही हमसे छीन ली जाएगी तो हम कहां जाएंगे.