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जेवर इलाके में यमुना में डूब गई किसानों की फसल, अधिकारियों ने क्षेत्र का किया दौरा

यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज (Hathini Kund Barrage) से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से जेवर क्षेत्र के कई गांवों में किसानों की फसल डूबने लगी है. अधिकारियों ने बाढ़ जैसी संभावना से इनकार किया है. खेतों में पानी आ जाने से फसल प्रभावित हुई है लेकिन दो-चार दिन में जलस्तर कम होने की संभावना है.

यमुना में डूब गई किसानों की फसल
यमुना में डूब गई किसानों की फसल
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Published : Oct 1, 2022, 10:49 PM IST

नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: जेवर क्षेत्र में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से किसानों की फसल डूबने लगी है (farmers crops are drowning). जिससे फसलों के बर्बाद होने का खतरा मंडराने लगा है. वहीं, प्रशासन इसको लेकर अलर्ट दिखाई दे रहा है. प्रशासन ने क्षेत्र भर में निगरानी के लिए कई बाढ़ चौकियां बनाई है. जिन पर संबंधित विभाग के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.

ये भी पढ़ें: नोएडा में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने पर सिंचाई विभाग का अलर्ट


जेवर क्षेत्र के झुप्पा, पूरननगर, शमशम नगर, कानीगढ़ी, गोविंदगढ़ और रामपुर गांव के नजदीक से होकर यमुना नदी गुजर रही है. जिसके बांध के कमजोर होने की वजह से पानी कटकर किसानों की फसल में पहुंच गया है. खेत में कई फीट तक पानी भरने से किसानों को धान, बाजरा, अरहर और ज्वार समेत अन्य फसलों के बर्बाद होने का खतरा सता रहा है. किसानों का कहना है कि खेत में कई फीट तक पानी भर गया है. साथ ही गांव के बने संपर्क मार्गो पर पानी भर जाने की वजह से लोगों को आने-जाने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

अधिकारियों ने किया क्षेत्र का दौरा

यमुना नदी के जलस्तर बढ़ जाने के चलते एसडीएम जेवर व तहसीलदार भी अलर्ट दिखाई दे रहे हैं. क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को तहसीलदार वेद प्रकाश पांडेय भी पहुंचे. उन्होंने जगह-जगह कमजोर बांधों का निरीक्षण करने के साथ उनकी मरम्मत करा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि जलस्तर बढ़ जाने की वजह से पानी गांव में पहुंच गया है. जिसको लेकर जगह-जगह मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है. जेवर एसडीएम अभय सिंह ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से चौकियां स्थापित की गई हैं, जिन पर 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

हथिनी कुंड से यमुना नदी में छोड़े जाने से डूबी किसानों की फसल

यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया जिसकी वजह से जेवर क्षेत्र के कई गांवों में किसानों की फसल डूब गई है. अधिकारियों ने बाढ़ जैसी संभावना से इंकार किया है. खेतों में पानी आ जाने से फसल प्रभावित हुई है लेकिन दो-चार दिन में जलस्तर कम होने की संभावना है.

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नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: जेवर क्षेत्र में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से किसानों की फसल डूबने लगी है (farmers crops are drowning). जिससे फसलों के बर्बाद होने का खतरा मंडराने लगा है. वहीं, प्रशासन इसको लेकर अलर्ट दिखाई दे रहा है. प्रशासन ने क्षेत्र भर में निगरानी के लिए कई बाढ़ चौकियां बनाई है. जिन पर संबंधित विभाग के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.

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जेवर क्षेत्र के झुप्पा, पूरननगर, शमशम नगर, कानीगढ़ी, गोविंदगढ़ और रामपुर गांव के नजदीक से होकर यमुना नदी गुजर रही है. जिसके बांध के कमजोर होने की वजह से पानी कटकर किसानों की फसल में पहुंच गया है. खेत में कई फीट तक पानी भरने से किसानों को धान, बाजरा, अरहर और ज्वार समेत अन्य फसलों के बर्बाद होने का खतरा सता रहा है. किसानों का कहना है कि खेत में कई फीट तक पानी भर गया है. साथ ही गांव के बने संपर्क मार्गो पर पानी भर जाने की वजह से लोगों को आने-जाने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

अधिकारियों ने किया क्षेत्र का दौरा

यमुना नदी के जलस्तर बढ़ जाने के चलते एसडीएम जेवर व तहसीलदार भी अलर्ट दिखाई दे रहे हैं. क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को तहसीलदार वेद प्रकाश पांडेय भी पहुंचे. उन्होंने जगह-जगह कमजोर बांधों का निरीक्षण करने के साथ उनकी मरम्मत करा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि जलस्तर बढ़ जाने की वजह से पानी गांव में पहुंच गया है. जिसको लेकर जगह-जगह मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है. जेवर एसडीएम अभय सिंह ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से चौकियां स्थापित की गई हैं, जिन पर 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

हथिनी कुंड से यमुना नदी में छोड़े जाने से डूबी किसानों की फसल

यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया जिसकी वजह से जेवर क्षेत्र के कई गांवों में किसानों की फसल डूब गई है. अधिकारियों ने बाढ़ जैसी संभावना से इंकार किया है. खेतों में पानी आ जाने से फसल प्रभावित हुई है लेकिन दो-चार दिन में जलस्तर कम होने की संभावना है.

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